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मंगलवार को 18 ट्रेनों से 30 हजार प्रवासी श्रमिकों ने छोड़ी दिल्ली

मंगलवार को करीब 30,000 प्रवासी श्रमिक दिल्ली छोड़कर अपने-अपने गांवों व जनपदों के लिए रवाना हो गए

मंगलवार को 18 ट्रेनों से 30 हजार प्रवासी श्रमिकों ने छोड़ी दिल्ली
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नई दिल्ली। मंगलवार को करीब 30,000 प्रवासी श्रमिक दिल्ली छोड़कर अपने-अपने गांवों व जनपदों के लिए रवाना हो गए। दिल्ली के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से इन सभी प्रवासी श्रमिकों के लिए 18 ट्रेनों की व्यवस्था की गई थी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, मंगलवार को दिल्ली से रवाना होने वाली 18 ट्रेनों में से 11 ट्रेनें बिहार तथा छह ट्रेनें उप्र भेजी गई हैं।

सिसोदिया ने कहा, सात मई से 25 मई तक 196 ट्रेनों से 2,41,169 लोगों को उनके घर भेजा गया है। इनमें सर्वाधिक बिहार के 1,25,711 लोग हैं, जबकि उप्र के 96,610 लोग हैं। इसके साथ ही, झारखंड के 3132, पश्चिम बंगाल के 3864, मध्यप्रदेश के 9196 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया है।

दिल्ली सरकार ने प्रवासी मजदूरों से पैदल यात्रा न करने की अपील की है। सरकार के मुताबिक, सबकी निशुल्क रेलयात्रा का प्रबंध दिल्ली सरकार ने किया है।

सिसोदिया ने कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले ही कह दिया था कि जो प्रवासी मजदूर दिल्ली में हैं, वे भी दिल्ली के ही लोग हैं, दिल्ली ही उनका घर है। उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हमने सबका इंतजाम किया है। इसके बावजूद काम बंद होने और घर-परिवार की चिंता या अन्य कारणों से बहुत से लोग अपने गांव लौटने लगे।

पंजीकृत प्रवासी मजदूरों की दिल्ली के स्कूलों में स्क्रीनिंग की जा रही है। टेंपरेचर और अन्य स्वास्थ्य जांच के बाद यात्रा के लिए उपयुक्त लोगों को बस से स्टेशन भेजा जा रहा है। रास्ते के लिए इन लोगों को पानी की बोतल और खाद्य सामग्री की व्यवस्था की जा रही है। रेल के जरिए अपने गांव घरों लौटने के लिए इन श्रमिकों को दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना होता है।

सरकार के मुताबिक, दिल्ली में लगभग 2500 राहत शिविर चल रहे हैं, और इनमें 10 लाख लोगों को भोजन कराया जा रहा था, हालांकि अभी इस संख्या में कुछ कमी आई है। लगभग 72 लाख परिवारों को पीडीएस राशन और 38 लाख परिवारों को नॉन-पीडीएस राशन दिया जा रहा है।

दिल्ली सरकार ने बीती रात तुगलकाबाद स्थित झुग्गियों में आग लगने से प्रभावित लोगों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक परिवार को 25,000 रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, प्रभावित लोगों को समीप के स्कूल में उनके रहने की व्यवस्था का आदेश दिया गया है।


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