बारिश के कारण 3 और जिले बाढ़ की चपेट में
राजस्थान में सक्रिय एक साथ दो-दो मानसूनी तंत्रों के कारण प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम और पूर्वी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण तीन और जिले बाढ़ की चपेट में आ गये है
जयपुर। राजस्थान में सक्रिय एक साथ दो-दो मानसूनी तंत्रों के कारण प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम और पूर्वी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण तीन और जिले बाढ़ की चपेट में आ गये है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में अभी भी सैकड़ों गांव पानी से घिरे हुए हैं।
राहत और बचाव कार्य में तेजी आई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है। इस बीच अब तक अच्छी बारिश से महरूम हाड़ौती अंचल की तरफ मानसून ने रुख किया। जिसके कारण झालावाड , बूंदी, कोटा आदि इलाकों में भी झमाझम बारिश का दोैर शुरू हो चुका है।
डग में करीब 12 इंच, गंगधार व बकानी में आठ इंच बारिश हुई। उधर बारां के छबड़ा में 7 इंच बारिश हुई। बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं। झालावाड़ के चौहमला में रेलवे ट्रैक पर पानी चलने और मिट्टी धंसने से ट्रेनें रोकनी पड़ी।
मौसम विभाग ने हाड़ौती में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश में बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिये मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री पी पी चौधरी ने आज पाली, जालौर और सिरोही जिले का हवाई दौरा कर रही है। गत एक सप्ताह से हो रही बारिश से पाली, जालोर, और सिरोही पहले से ही बाढ़ की चपेट में है जहां अब तक सैकडों लोग बाढ़ में फंसे हुये है। इसके अलावा बाडमेर, जोधपुर, चितौड़गढ़ , उदयपुर में भी भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर आ गये है।
दक्षिण पूर्वी इलाके में सक्रिय हुये मानसूनी तंत्र के कारण अब हाडौती के झालावाड सहित अन्य जिले भी बाढ की चपेट में आ गये है। बारिश के मद्देनजर जिला प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में दो दिनों तक स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।


