3 लाख की सुपारी देकर कराई थी युवक की हत्या
दो सप्ताह पूर्व फदहाखार में युवक की गोली मारकर हत्या करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

बिलासपुर। दो सप्ताह पूर्व फदहाखार में युवक की गोली मारकर हत्या करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। युवक की हत्या के लिए उत्तर प्रदेश के बलिया जिला में रहने वाले एक रिश्तेदार ने युवक की हत्या के लिए तीन लाख की सुपारी दी थी। आरोपी बलिया से शहर पहुंचे और शंकर प्रसाद की हत्या करने के बाद वापस उत्तर प्रदेश भाग गए।
पकड़ा गया आरोपी हत्या और अपहरण मामले में जेल में बंद था जो पेशी में जाने के दौरान पुलिस को चकमा देकर भाग गया था।
पुलिस ने दो आरोपियों का गिरफ्तार किया है वहीं तीसरा आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। आरोपियों के पास से दो देशी माउजर पिस्टल जिंदा कारतूस चली गोली का खाली खोखा और बाइक बरामद किया है।
बिलासा गुड़ी में हत्या कांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने बताया कि 10 अप्रैल को सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के फदहाखार में अन्नपूर्णा कालोनी में रहने वाले युवक शंकर प्रसाद की अज्ञात आरोपी गोली मारकर हत्या कर फरार हो गए थे। आरोपियों को पकडने के लिए क्राईम ब्रांच की टीम के अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर सीएसपी पीसी राय और डीएसपी नसर सिद्दिकी लगे हुए थे।
एसपी शेख ने बताया कि पुलिस की टीम मृतक शंकर प्रसाद की पारिवारिक, सामाजिक एवं व्यापारिक पृष्ठभूमि एवं गतिविधि के संबंध में बारीकी से जानकारी एकत्र की गई तथा मृतक के मोबाइल नंबरों एवं बातचीत करने वाले लोगों से भी गहनता से पूछताछ की गई तथा मोबाइल लोकेशन का बारीकी से अवलोकन किया गया।
तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर रेनूकूट उत्तर प्रदेश निवासी मिथलेश सिंह की भूमिका संदिग्ध प्रतित हुई जिसकी पुष्टि हेतु टीम तैयार कर क्राईम ब्रांच के सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य, प्रधान आरक्षक अशोक चौरसिया आरक्षक कमल साहू एवं थाना सिरगिट्टी के उप निरीक्षक गुरविंदर सिंह संधु को रेनूकूट उत्तर प्रदेश रवाना किया गया टीम द्वारा काफी सूझबूझ एवं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश का पालन करते हुए बबलू उर्फ मिथलेश सिंह को उसके किराये के मकान में दबिश देकर घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर पूर्व में पुलिस को गुमराह करता रहा बारीकी से पूछताछ करने पर वह टूट गया और बताया कि वह मूलत: बलिया उत्तरप्रदेश का रहने वाला है और पूर्व में उत्तरप्रदेश में ही वर्ष 2004 में रसड़ा नगर पालिका के सभासद अनूप श्रीवास्तव के बहुचर्चित हत्याकाण्ड एवं रसड़ा नगर के नामी ठेकेदार शंकर अग्रवाल के बेटे अजय अग्रवाल के अपहरण के प्रकरण में बलिया जेल में बंद हुआ था जो सन् 2013 में बलिया से पेशी कर कानपुर सेन्ट्रल जेल वापस लौटते समय रास्ते से पुलिस को चकमा देकर पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था तब से लगातार छिप-छिप कर फरारी काट रहा था पैसे की जरूरत थी इसी दौरान उसके दो अन्य पुराने अपराधी साथियों से मुलाकात हुई जो बोला कि बिलासपुर छत्तीसगढ़ में एक व्यक्ति की हत्या करना है।
इसके एवज में तीन लाख रूपये मिलेंगे तो मिथलेश सिंह पैसे की लालच में तैयार हो गया तथा योजना के मुताबिक मिथिलेश सिंह व दो अन्य साथी बलिया से दो पिस्टल एवं कारतूस लेकर बिलासपुर आये तथा मृतक के मोबाइल पर संपर्क कर शंकर से मिले और तथा उसी के साथ रहने लगे इसी दौरान आरोपीगण अपने एक अन्य साथी गोलू उर्फ अनूप तिवारी मूल निवासी बलिया हाल मुकाम बंजारी नगर रायपुुर के घर से उसकी हीरोहोण्डा मोटर सायकल को लेकर बिलासपुर आये तथा घटना दिनांक की शाम को मृतक शंकर प्रसाद से संपर्क कर किराये के घर दिखाने के बहाने अपनी मोटर सायकल में बैठा कर बहाने से घटनास्थल फदहाखार की ओर शाम करीब साढ़े सात बजे लेकर गये घटनास्थल में पहुंंच कर पहले मिथलेश सिंह ने मृतक के सिर के पीछे दो गोली मारी इसके बाद उसके खींच कर लाश को रोड से नीचे झाड़ी में फेंक कर तीनों आरोपी घटना में प्रयुक्त स्प्लेण्डर मोटर सायकल क्रमांक सीजी 04 एलडब्ल्यू 4438 में बैठकर रायपुर चले गये जहां उन्होंने कट्टा कारतूस तथा मोटर सायकल को बंजारी नगर में गोलू उर्फ अनूप तिवारी के पास छोड़कर फिर अपने अपने गांव चले गए।
आरोपियों के बताये अनुसार आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त दो नग देशी कट्टा (पिस्टल) एवं तीन नग 32 बोर एवं पांच नग 315 बोर का कारतूस जप्त किया गया है,तथा घटनास्थल से भी खाली खोखा कारतूस तथा अभियुक्त मिथलेश सिंह को घटना समय में रखे हुए प्रयुक्त मोबाइल फोन टूटे हालत में जप्त कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों में बबलू उर्फ मिथलेश सिंह पिता स्व.हरदेव सिंह उम्र 43 वर्ष निवासी खलीलपुर थाना फेफना तहसील रसड़ा जिला बलिया उप्र हाल मुकाम हाड़ पाथर रेनूकूट उत्तरप्रदेश एवं गोलू उर्फ अनूप तिवारी पिता भरत तिवारी उम्र 25 वर्ष निवासी बहुआरा थाना डोक्टी तह. बैरिया जिला बलिया उप्र हाल मुकाम बंजारी नगर रायपुर शामिल है।
संपत्ति विवाद था
पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने बताया कि मृतक शंकर प्रसाद भी उत्तरप्रदेश बलिया जिले का रहने वाला है वहां पर उसके रिश्तेदार के साथ सम्पत्ति विवाद चल रहा था जिसे बलिया के जेल में बंद मुख्य आरोपी मिथलेश को हत्या करने की सुपारी दी थी। उसने ही वहां से बाबू पाण्डेय और मिथलेश सिंह को बिलासपुर हत्या करने के लिए भेजा था।


