चेन्नई से ऑस्ट्रेलिया भेजी जा रही साढ़े 3 करोड़ की नशीली दवा जब्त, हड़कंप
चेन्नई एअर कस्टम विभाग की टीम ने चेन्नई हवाईअड्डे पर करीब तीन करोड़ की नशीली दवाइयां जब्त की हैं

चेन्नई। चेन्नई एअर कस्टम विभाग की टीम ने चेन्नई हवाईअड्डे पर करीब तीन करोड़ की नशीली दवाइयां जब्त की हैं। जब्त की गई दवाओं को तस्करी करके विदेश भिजवाए जाने की कोशिश की जा रही थी। जब्त दवा का नाम मेथाक्लोन (मेनड्रेक्स) है।
कस्टम विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को आईएएनएस को फोन पर बताया कि नशीली दवाओं की इतनी बड़ी खेप कस्टम विभाग की कूरियर इंटेलीजेंस यूनिट ने पकड़ी है। ये नशीली दवाइयां पार्सल के जरिये भेजी जा रही थीं। तस्कर ने इन दवाओं को फीते के बंडलों में पैक कराया था, ताकि भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर से इन नशीली दवाओं को बचाया जा सके।
जिस शख्स ने इन नशीली दवाओं की खेप भेजने का इंतजाम किया था, उसका कनेक्शन चेन्नई शहर से ही मिला है। पता चला है कि इन नशीली दवाइयों की खेप को फिलहाल ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। इसके बाद आस्ट्रेलिया से आगे कहां पहुंचाया जाना था? इसकी जांच चल रही है। प्रतिबंधित नशीली दवाएं फीते (रिबन) के 57 बंडलों में प्लास्टिक की थैलियों में बंद थीं।
कस्टम टीम ने जब इस खेप को पकड़ा तो सबसे पहले उसने मादक पदार्थ एक्सपर्ट्स से उसकी जांच कराई। जांच में रिपोर्ट सकारात्मक आई। पता चला कि प्रतिबंधित नशीली दवाई 'मेथाकालोन' है। जब्त दवा की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 3.4 करोड़ रुपये है। एनडीपीएस एक्ट के तहत पूरी खेप को कस्टम टीम ने जब्त कर लिया। छानबीन में कस्टम टीम को पता चला कि जिस पते से इस खेप को बुक किया गया, वो भी फर्जी था। आगे की जांच जारी है।
कस्टम विभाग इस सवाल को लेकर हैरत में है कि इस तरह की नशीली दवाएं अभी तक यूरोप की ओर तस्करी के जरिये भिजवाने की कोशिशें होती रही हैं। यह पहला मौका है, जब इन दवाओं की कोई और इतनी बड़ी खेप ऑस्ट्रेलिया की ओर जाती हुई पकड़ी गई।
कस्टम विभाग और खुफिया तंत्र अब इस रूट को इन दवाओं की तस्करी के नए रास्ते को लेकर चिंतित है। साथ ही भारतीय खुफिया विभाग और जांच एजेंसियां कस्टम विभाग के साथ मिलकर इस नए रास्ते को बनने से पहले ही नेस्तनाबूद करने की जुगत में जुट गई हैं।


