Top
Begin typing your search above and press return to search.

26 लाख की उठाईगिरी का पर्दाफाश

अपराधी कितना भी शातिर व चालाक क्यों न हो,पुलिस गर ईमानदार कोशिश करे तो ऐसे लोग बेनकाब हो सकते है.....

26 लाख की उठाईगिरी का पर्दाफाश
X

अंतर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपी गिरफ्तार, दो फरार, सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग, ओडिशा से माल बरामद

सूरजपुर। अपराधी कितना भी शातिर व चालाक क्यों न हो,पुलिस गर ईमानदार कोशिश करे तो ऐसे लोग बेनकाब हो सकते है और हुआ भी कुछ यूं ही। यहां एक बडी उठाईगिरी का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए अपनी कार्यक्षमता व सुझ-बुझ का परिचय दिया है जिससे पुलिस की आम जनता के बीच भरोसा भी कायम रहा।पिछले 18 मई को शहर के एक सराफा व्यवसायी का 26लाख रुपये के सोने -चांदी के जेवर व नगदी से भरा बैग पार हो गया था,सनसनी खेज यह मामला पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी,इधर पुलिस के लगातार मेहनत से इस मामले में शीघ्र ही सफलता मिल गई और मयमाल सहित अंतर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपियो को गिरफ्तार कर पुलिस ने जिले मे कीर्तिमान स्थापित किया है।

18 मई को शहर के भैयाथान रोड मंदिरपारा निवासी विकास ज्वेलर्स के संचालक विकास कुमार सोनी सुबह 10 बजे निवास से प्रतिदिन की भांति अपने दुकान आया। और साथ में चेन से बंद एक सफेद रंग के झोले में 25 लाख 50 हजार रूपये मूल्य के सोने चांदी के जेवर व नगद राशि लगभग 45 हजार लेकर आया। मुख्य शटर खोलकर झोले को काउंटर के अंदर फर्श पर रखकर बगल वाले शटर को खोलने गया उसी दौरान अज्ञात चोर द्वारा दुकान के अंदर घुसकर काउंटर से उक्त सोने, चांदी के जेवर सामान व नगदी से भरे झोला को उठाकर पलक झपकते पार कर दिया ।इस सनसनी खेज मामले को लेकर पुलिस के भी होश उड गये और शहर के व्यवसाई भी भयक्रांत हो गये।दिन दहाड़े शहर के मध्य हुए इस घटना की सूचना मिलते ही थाने की टीम व स्पेशल पुलिस टीम घटना स्थल पहुंच कर मामले की विवेचना प्रारंभ कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिसअधीक्षक आर.पी.साय द्वारा घटना की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक को देते हुए अज्ञात आरोपियों व चोरी हुई सम्पत्ति के पता तलाश के लिए नगर पुलिस अधीक्षक डी. के. सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया व अग्रिम कार्यवाही के लिए दिशा निर्देश दिये।

इसी बीच 19 मई को अम्बिकापुर के इमलीपारा गली स्थित मनीष सोनी की जय मां शारदा ज्वेलरी की दुकान के सामने गंदगी फैलाकर घटनाकारित करने का प्रयास किया गया था जिसकी सूचना मिलने पर सूरजपुर की स्पेशल टीम द्वारा जाकर घटना स्थल का मौका मुआयना करने पर पाया गया कि घटना के तरीके में समानता व पेशेवर तरीके को देखते पाया गया कि यह एक ही गिरोह का काम है। इस घटना के बाद संभाग में अंतर्राज्यीय गिरोह के सक्रिय होने की आशंका से रेंज पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु गुप्ता के दिशा निर्देशन पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी. साय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा आर.एस.नायक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर. भगत के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक डी.के. सिंह के नेतृत्व में अम्बिकापुर क्राईम ब्रांच, स्पेशल पुलिस टीम सूरजपुर, कोतवाली सूरजपुर की पुलिस टीम, जिला बलरामपुर एवं जिला जशपुर की पुलिस टीम के द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में पूर्व में हुए इसी तरह की घटनाओं के तथ्यों व संदेहियों के संबंध में लगातार बारीकी से विवेचना एवं सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पता तलाश की कार्यवाही की गई।

इस दौरान जानकारी मिली की थाना-कुसमी बलरामपुर के आर्म्स एक्ट के फरार आरोपी विजय प्रधान, राकेश प्रधान दोनों निवासी ग्राम पूर्वोकोट,जाजपुर ओडिशा का पतासाजी करते हुए सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त फोटो का मिलान करने पर पाया गया कि सूरजपुर की घटना में भी यही लोग संलिप्त थे। इन लोगों का पता तलाश सभी पुलिस टीम द्वारा सरगर्मी से किया जा रहा था तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली पर संदेहियों को जयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम ठाकुरपुर स्थित बाजार के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही अम्बिकापुर क्राईम ब्रांच व सूरजपुर पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी कर एक बजाज पल्सर मोटर सायकल सहित आरोपी विजय प्रधान उम्र 19 वर्ष निवासी दशमड़या कोरेई जिला जाजपुर ओडिशा को पकड़ा गया इसका दूसरा साथी राकेश प्रधान भीड़भाड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। विजय प्रधान से बारीकी से पूछताछ करने पर बताया कि वे किराए का मकान लेकर ठाकुरपारा में रहकर अलग-अलग क्षेत्र में हाईस्पीड मोटर सायकल रखकर ज्वेलरी दुकानों का रेकी कर घटना को अपने साथियों के साथ अंजाम देना बताया।

जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश एवं छततीसगढ़ में पिछले कई वर्षों से निचली बस्तियों में झुग्गी झोपड़ी में किराए के मकान में फर्जी पहचान पत्र देकर परिवार सहित निवास कर आसपास के 40-50 किलोमीटर के दायरे में हाईस्पीड मोटर सायकल का उपयोग कर घूम-घूम कर क्षेत्र में स्थित शहर एवं कस्बों में सोने चांदी के दुकानों की रेकी कर दुकान के सामने गंदगी फैलाकर, ताले में ग्रीस व फेविक्विक लगाकर दुकानदार का ध्यान भटकाकर भारी मात्रा में आभूषणों की उठाईगिरी करते थे। इनका मुखिया भीमो प्रधान संपूर्ण वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देता था और चोरी के जेवरों को ओडिशा के साप्ताहिक बाजारों में टुकड़ो में बेचा जाता था।

मुख्य आरोपी भीमो प्रधान को किराये के मकान ठाकुरपुर से अपाचे मोटरसायकल के साथ पकड़ा गया जिससे पूछताछ करने पर संपूर्ण घटना को अपने साथियों विजय प्रधान, राकेश प्रधान, शंकर प्रधान के साथ मिलकर अंजाम देना एवं तत्काल दूसरे दिन आरोपी शंकर प्रधान के हाथ विकास ज्वेलर्स से उठाईगिरी किये हुए संपूर्ण सोने चांदी के जेवरों को अपने मूल निवास ओडिशा भेजकर छिपाना बताया। जिसे भी टीम द्वारा ओडिशा जाकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम पूर्वोकोट में आरोपियों के निशानदेही पर अभ्यस्त आरोपी गिरोह के निवास पर रेड कार्यवाही कर भीमो प्रधान के मकान के पीछे स्थित बाड़ी में जमीन में गाड़कर रखे समस्त सोने चांदी के जेवरात को जप्त किया गया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it