हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ और लैंडस्लाइड से 22 लोगों की मौत, 8 से अधिक लापता
बीती रात से लगातार हो रही बारिश से पर्वतीय राज्य हिमाचल में 34 जगहों पर अचानक सैलाब आने से तबाही मची है

शिमला। बीती रात से लगातार हो रही बारिश से पर्वतीय राज्य हिमाचल में 34 जगहों पर अचानक सैलाब आने से तबाही मची है। भारी बारिश ने कांगड़ा, मंडी व चंबा जिलों में कोहराम मचाया है। अब तक 19 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 8 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
उधर, कांगड़ा में भारी बारिश से चक्की नदी में बना पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाला रेलवे पुल बह गया। धर्मपुर का बस अड्डा, यहां बना मिनी हरिद्वार व ब्यास किनारे बने जल शक्ति विभाग की अधोसंरचनाओं को करोड़ों का नुकसान हो चुका है।
शासन व प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद ली है। राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने भारी बारिश से हुए नुकसान की पुष्टि करते हुए कहा कि इस साल अब तक बारिश से करीब 1200 करोड़ का नुकसान हो चुका है। यह बीते साल के 1151 करोड़ से 49 करोड़ अधिक है।
राज्य में बीते दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश की वजह से पहाड़ों पर तबाही मची है। इस साल बरसात के मौसम में प्राकृतिक आपदाओं के साथ साथ हादसों में 235 लोगों की अब तक जान जा चुकी है।
22 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें बीती रात से हो रही बारिश में लापता 8 लोग भी शामिल हैं। कांगड़ा के धर्मशाला में बारिश ने 64 साल का रिकार्ड तोड़ डाला। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में धर्मशाला में 333 मिलीमीटर बारिश हुई। बारिश की वजह से राज्य में 742 सड़कें बंद हैं। 172 पेयजल योजनाओं से पानी की आपूर्ति बाधित हुई है।
बिजली बोर्ड के 2 हजार ट्रांसफारमों से विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है। बीती रात से जारी भारी बारिश की वजह से कोटला-पराशर सड़क पर मकान गिरने से 6 लोग दब गए। इनमें से 3 के शव बरामद हुए हैं। पंडोह-गोहर सड़क पर भी मकान जमींदोज होने से 7 लोग दब गए। इनमें से भी 3 के ही शव बरामद हुए हैं। चंबा जिला के भटियात उपमंडल में भी 3 लोग घर के मलबे में दब गए हैं। लंबाथाच में घर जमंदोज होने से एक महिला लापता है। भारी बारिश की वजह से बीते 24 घंटों में प्रदेश में एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हुए। साथ ही 3 गौशालाओं को भी नुकसान हुआ है। 3 मवेशियों की मौत हुई है।
10 मवेशी लापता हैं। राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा का कहना है कि बीते तीन सालों में राज्य में सामान्य से 13 से 26 फीसदी कम बारिश हुई थी। मगर इस साल सामान्य से अधिक बारिश हो रही है। बारिश का अभी एक महीना बाकी है। लिहाजा उन्होंने लोगों से शासन व प्रशासन की एडवाइजरी की अनुपालना के मुताबिक ही घरों से निकलने अथवा वाहन लेकर चलने का आग्रह किया है।


