किसानों के "भारत बंद" को 18 विपक्षी दलों का समर्थन, अखिलेश यादव की "किसान यात्रा"
कल यानि की 8 दिसंबर का दिन काफी अहम होने वाला है क्योंकि कल किसानों का भारत बंद है
नई दिल्ली। कल यानि की 8 दिसंबर का दिन काफी अहम होने वाला है क्योंकि कल किसानों का भारत बंद है। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वाहन किया है। किसानों के इश भारत बंद को अब तो राजनीतिक दलों का भी साथ मिल गया है। जी हां किसानों के साथ अब अब इस भारत बंद को कांग्रेस, डीएमके, आप, बसपा और टीआरएस ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है। अब तक 11 से ज्यादा विपक्षी दल और दस ट्रेड यूनियन भारत बंद का समर्थन कर चुकी हैं। ये सभी कल होने वाले इस भारत बंद में किसानों के साथ खड़ें होंगे औऱ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, तेलंगाना राष्ट्र समिति, अकाली दल, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के सहयोगी – असम गण परिषद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है।
गौरतलब है कि जहां किसान राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा लाए कानूनों का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं अब विपक्षी दल सरकार को ये चेतावनी दे रहे हैं कि अगर किसानों की मांगे पूरी नहीं होती हैं तो ये आंदोलन अब देशव्यापी हो जाएगा। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्र सरकार को चेताया है कि अगर किसान और सरकार के बीच में गतिरोध ऐसे ही जारी रहा और सरकार किसानों की मागों को नहीं मानती है तो देश के हर राज्य के किसान और राजनीतिक पार्टियां इस आंदोलन के समर्थन में सड़कों पर होगीं। शरद पवार के साथ साथ अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज किसानों के समर्थन में पद यात्रा पर निकाल रहे हैं।
क़दम-क़दम बढ़ाए जा, दंभ का सर झुकाए जा
ये जंग है ज़मीन की, अपनी जान भी लगाए जा
‘किसान-यात्रा’ में शामिल हों! #नहीं_चाहिए_भाजपा
इस बात की पुष्टि खुद रअखिलेश यादव ने ही किया था उन्होंने ट्वीट कर कहा था ‘किसान-यात्रा’ : 7 दिसंबर, 2020, समय : 11 बजे. विशिष्ट किसान मंडी, ठठिया से किसान बाज़ार, मेडिकल कॉलेज तिर्वा, कन्नौज तक। ,आइए किसानों की आय में वृद्धि की माँग के लिए, भाजपा सरकार की शोषणकारी नीतियों के ख़िलाफ़, हम सब अपने किसान-बंधुओं के समर्थन मे एकजुट हों!
‘किसान-यात्रा’ : 7 दिसंबर, 2020
समय : 11 बजे.
विशिष्ट किसान मंडी, ठठिया से किसान बाज़ार, मेडिकल कॉलेज तिर्वा, कन्नौज तक।
आइए किसानों की आय में वृद्धि की माँग के लिए, भाजपा सरकार की शोषणकारी नीतियों के ख़िलाफ़, हम सब अपने किसान-बंधुओं के समर्थन मे एकजुट हों! #नहीं_चाहिए_भाजपा
अखिलेश यादव के इस ऐलान के बाद यूपी पुलिस ने उन्हें रोकने का भी पूरा प्रयास किया है। समाजवादी पार्टी ने खुद बताया कि पुलिस ने उनके घर के आगे बैरिकेडिंग कर रखी है और अखिलेश यादव को निकलने नहीं दे रही है। खैर सपा प्रमुख ने साफ कहा है कि किसानों के भारत बंद को उनका औऱ उनकी पार्टी का पूरा समर्थन है।
किसानों के ‘भारत बंद’ को सपा का पूर्ण समर्थन!
वहीं आपको बता दें कि कल किसानों के इस भारत बंद में आरएसएस से जुड़े किसान संघ शामिल नहीं होंगे। आपको बता दें किसानों के समर्थन में अवॉर्ड वापसी का दौर भी जारी है। अबकी बार ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने अपना खेल रत्न अवॉर्ड लौटाने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि सरकार ने किसानों से बात करने के लिए अगली तारीख 9 दिसंबर सुनिश्चित की है। अब देखना ये होगा कि आखिरकार सरकार और किसानों के बीच में कौन सी बात बनती है।


