चेक में 5 को बनाया 15 हजार, पकड़े जाने पर रूपये लौटाकर माफी मांगी
सम्मेलन कराने के नाम पर एक कथित पत्रकार द्वारा सहयोग राशि का चेक लेकर उसमें कूटरचना की गई....

कोरबा-दीपका। सम्मेलन कराने के नाम पर एक कथित पत्रकार द्वारा सहयोग राशि का चेक लेकर उसमें कूटरचना की गई। 5 हजार के चेक को 15 हजार का दर्शाकर रूपये भी निकाल लिये। इस आशय का मैसेज मिलने के बाद राजफाश हुआ और माफीनामा के साथ रूपये लौटाने से सारे विवाद का पटाक्षेप हो गया। जानकारी के अनुसार एसईसीएल की दीपका परियोजना के अधिकारी पीके दत्ता के पास अपने आप को ग्वालियर मुख्यालय से प्रकाशित एक समाचार पत्र का कोरबा हेड बताकर पहुंचे व्यक्ति ने सम्मेलन के नाम से सहयोग राशि मांगा।
अधिकारी ने उसे 5 हजार रुपये का चेक दिया जिसका क्रमांक 988471 था। समाचार पत्र के कथित पत्रकार कमलकांत ने उक्त 5 हजार के चेक को भुनाने से पहले ओव्हर राइटिंग व कूटरचना कर 15 हजार रूपये का बनाकर भारतीय स्टेट बैंक की दीपका ब्रांच से कैश करा लिया। इधर रूपये निकलते ही अधिकारी के मोबाईल पर मैसेज आया तब उनका माथा ठनका और तत्काल बैंक के शाखा प्रबंधक से संपर्क किया। शाखा प्रबंधक ने जानकारी लेकर अधिकारी को अवगत कराया कि कमलकांत के नाम से जारी चेक से यह राशि निकली है।
अधिकारी के कहने पर शाखा प्रबंधक ने कमलकांत को बैंक में ही रोक लिया और थोड़ी देर में अधिकारी श्री दत्ता भी वहां पहुंच गये। कैश कराये गये चेक को बारिकी से देखने पर कांटछांट और ओव्हर राइटिंग होना पाया गया। कमलकांत को इसके लिए फटकार लगाई गई। कमलकांत ने निकाली गई राशि 15 हजार रूपये वापस कर अपनी गलती मानते हुए लिखित में शाखा प्रबंधक से क्षमा याचना की। साथ ही स्वीकार किया कि उसने 5 हजार के सामने 1 लिखकर 15 हजार बनाया था व शब्दों में भी कांटछांट की थी।
माफीनामा और रूपये लौटाने के बाद मामले का पटाक्षेप हो गया। वहीं इस मामले में किसी तरह की शिकायत अथवा एफआईआर पुलिस में दर्ज नहीं कराये जाने की जानकारी दीपका थाना प्रभारी ने दी है।


