1273 ई-रिक्शा का हुआ रजिस्ट्रेशन 1500 के बाद होगी कार्रवाई
नोएडा की सड़कों से यातायात जाम की समस्या का कैसे हल होगा

नोएडा। नोएडा की सड़कों से यातायात जाम की समस्या का कैसे हल होगा। यह सवाल खुद परिवहन विभाग के अधिकारियों ने ही जनता के सामने खड़ा कर दिया है क्योंकि दो बार (26 फरवरी और छह मार्च) अवैध ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगाने की तिथि जारी करने के बावजूद आज तक कार्रवाई को ही शुरू नहीं की जा सकी है।
अब विभागीय अधिकारियों की ओर से जिला प्रशासन पर ही ठीकरा फोड़ जा रहा है कि जिलाधिकारी के निर्देश पर 1500 ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन किया जाना है। उसके बाद अवैध ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि यह प्रक्रिया भी अब पूरी होने जा रही है, क्योंकि विभाग अब तक 1273 ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन कार्य पूरा कर चुका है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में मिलाकर कुल एक हजार ई-रिक्शा संचालन ही किया जाना था। इसके लिए बकायदा सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्रालय ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मानकों पर खरी उतरने वाली कुछ कंपनियों को चयनित कर सूची उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को भेजी थी।
इसमें सिर्फ तीन कंपनी के ही ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन शहर परिवहन कार्यालय पर किया जाना था लेकिन एक हजार ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन की आड़ में करीब दस हजार से अधिक अवैध ई-रिक्शा शहर में संचालित हो रहे है। अवैध ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले इतने बुलंद है कि उन्होंने खुलेआम ही सड़क पर अवैध स्टैंड बनाकर पार्किंग शुरू कर दी है। यह सब कुछ आप सेक्टर-एक से लेकर सेक्टर-16 मेट्रो स्टेशन के नीचे, अट्टा से विनायक मोड़, बाटेनिक गार्डन, रजनीगंधा चौक, सेक्टर-63 में कई जगह, हरौला रोड़, उद्योग मार्ग सहित तमाम ऐसी जगह है।
जहां पर खुलेआम सड़क पर वाहनों की पार्किंग कर अवैध रूप से स्टैंड का संचालन किया जा रहा है। लेकिन इस पर यातायात पुलिस कार्रवाई तक करने को तैयार नहीं है। जबकि वह यह मार्ग है, जो शहर के मुख्य मार्गों में गिने जाते है। जहां से दिन भर प्रशासनिक अधिकारियों का निकलना होता है।


