11 बिल्डरों के वित्तीय ऑडिट में गड़बड़ी
बिल्डरों के खातों की जांच के लिए प्राधिकरण द्वारा चिन्हित की गई एमएनसी कंपनी करी एंड ब्राउन इंडिया प्रालि. की ऑडिट रिपोर्ट में ऐसे 11 बिल्डरों की गड़बड़ी सामने आई है

नोएडा। बिल्डरों के खातों की जांच के लिए प्राधिकरण द्वारा चिन्हित की गई एमएनसी कंपनी करी एंड ब्राउन इंडिया प्रालि. की ऑडिट रिपोर्ट में ऐसे 11 बिल्डरों की गड़बड़ी सामने आई है।
जिन्होंने खरीदारों का पैसा प्रोजेक्ट में न लगाकर डायवर्ट कर अन्य परियोजना में लगा दिया। जिसके चलते प्राधिकरण ने इन बिल्डरों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण पेश करने को कहा है। दरअसल, प्राधिकरण द्वारा पहले चरण में 14 बिल्डर प्रोजेक्ट के 36 हजार फ्लैट का ऑडिट कराया गया। कंपनी ने ऑडिट रिपोर्ट करीब 45 दिनों में प्राधिकरण के अधिकारियों के समक्ष पेश की। इस रिपोर्ट में 11 बिल्डरों द्वारा प्रोजेक्ट का पैसा कहीं और डायवर्ट करने की बात सामने आई है।
इसके साथ ही इन बिल्डरों ने प्राधिकरण की बकाया राशि भी वर्तमान तक जमा नहीं कराई है। जिसके चलते प्राधिकरण द्वारा इन सभी बिल्डरों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा है। जानकारी के मुताबिक जिन बिल्डरों को नोटिस जारी किया गया है उन्होंने करीब 1500 करोड़ रुपए की हेरफेर की है। जिसके चलते खरीदारों द्वारा पैसा जमा करने के बाद भी उन्हें घर नहीं मिल सके हैं।
वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो अभी और भी बिल्डरों का ऑडिट होना बाकी है और जो भी बिल्डर गड़बड़ी कर रहा है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शहर में करीब 94 बिल्डर प्रोजेक्ट चल रहे हैं। वहीं इनमें अपनी जिंदगी भर की कमाई लगा चुके हजारों खरीदार रोज शासन व प्रशासन से घर दिलाने की मांग कर रहे हैं।
वहीं कई बिल्डर खुद को दिवालिया घोषित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जिसके चलते आए दिन बायर्स बिल्डरों पर पैसों का गबन करने और उनका पैसा दूसरे प्रोजेक्टों में लगाने का आरोप लगा रहे हैं। इसके चलते सीएम योगी ने बिल्डरों के खातों की जांच के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह में स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर बिल्डरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्यवाही की जाएगी।


