ईरान के विराध प्रदर्शनों में 11 की मौत, राष्ट्रपति ने विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया
ईरान में पांच दिवसीय सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई

तेहरान। ईरान में पांच दिवसीय सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इसके पीछे विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय समाचार एजेंसी तस्नीम की खबर के मुताबिक, इसफाहान प्रांत के नायाफ अबाद शहर में प्रदर्शन के दौरान मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। जिसके बाद मृतकों की संख्या 11 पहुंच गई।
#Tehran Court Chief Warns Rioters of Heavy Penalties https://t.co/RigzVP7GhN pic.twitter.com/VAYXBDk9J3
— Tasnim News Agency (@Tasnimnews_EN) January 2, 2018
One Iranian policeman was killed by the rioters in the ongoing protests in Iran. Anti-government protests erupted in some Iranian major cities, which turned into violence and clashes between the protesters and police https://t.co/dMoiQ0cDyl pic.twitter.com/BAXxCH6Lpo
— China Xinhua News (@XHNews) January 1, 2018
एजेंसी ने कहा, राष्ट्रपति रूहानी की आर्थिक नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन के लगातार पांचवें दिन एक प्रदर्शनकारी द्वारा की गई गोलीबारी में तीन अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
Iran says Saudi, U.S., UK are behind anti-government protests https://t.co/3UfBhec2hB pic.twitter.com/q9FnWCKgd0
— China Xinhua News (@XHNews) January 2, 2018
शांति बनाए रखने के रूहानी के आह्वान और प्रशासन द्वारा सोशल नेटवर्क तक लोगों की पहुंच समाप्त करने के बावजूद जब प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए, तो 300 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने ईरान, रूहानी और देश के सर्वोच्च नेता अली खामेनी के खिलाफ नारे लगाए और कचरा डिब्बों में आग लगा दी तथा कई बैंक शाखाओं की खिड़कियां तोड़ दी।
Protesters in #Tehran cause damage to public properties#Iran pic.twitter.com/hUpIkuhBhG
— Tasnim News Agency (@Tasnimnews_EN) December 31, 2017
इस बीच, ईरानी खुफिया मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि पिछले पांच दिनों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हालिया आशांति के पीछे के मुख्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
#Iran’s Intelligence Ministry Says Arrests Elements behind Unrests https://t.co/VfD89HtCy1 pic.twitter.com/tlatRiMAiO
— Tasnim News Agency (@Tasnimnews_EN) January 1, 2018
रूहानी ने कहा कि ईरान के दुश्मनों ने ईरानियों से विरोध करने की मांग की थी और 2015 के परमाणु करार पर हस्ताक्षर करने और सीरियाई विवाद में शामिल होने के लिए तेहरान से बदला लेने की उनकी इच्छा में साथ देने का आश्वासन दिया था।
सांसदों के एक समूह से रूहानी ने कहा कि उनकी सरकार ने कई सफलताएं हासिल की हैं, जैसे कि 2015 में ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को समाप्त करने के समझौते से उन्होंने देश को छह प्रमुख विश्व शक्तियों में पहुंचा दिया है। इसके अलावा सीरिया, लेबनान और इराक में उनकी भूमिका प्रमुख रही है।


