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डायबिटीज जागरूकता के लिए 100 किलो का शुगर-फ्री केक

जानकारी के अभाव में डायबिटीज का खतरा अधिक बढ़ता है, इसलिए इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट ने विश्व मधुमेह दिवस अनोखे तरीके से मनाया

डायबिटीज जागरूकता के लिए 100 किलो का शुगर-फ्री केक
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नई दिल्ली। जानकारी के अभाव में डायबिटीज का खतरा अधिक बढ़ता है, इसलिए इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट ने विश्व मधुमेह दिवस अनोखे तरीके से मनाया और भारत का पहला 100 किलोग्राम का शुगर-फ्री केक काटने का कार्यक्रम आयोजित किया।

श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल ने डायबिटीज और उससे जुड़े लक्षण, सही समय पर इलाज और रोकथाम के बारे में लोगों को बताने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया था।

श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के एंडोक्राइनोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉ. साकेत कान्त ने कहा, "डायबिटीज भारत में एक महामारी का रूप ले रहा है और किडनी फेलियर, एम्प्यूटेशन, दिल की बीमारी, स्ट्रोक और अंधेपन का एक मुख्य कारण बनता जा रहा है। हालांकि भारत में सबसे ज्यादा टाइप 2 डायबिटीज के मरीज हैं लेकिन टाइप 1 डायबिटीज, जेस्टेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के दौरान), पैंक्रिएटिक डायबिटीज जैसी बीमारियां भी धीरे-धीरे कर घर कर रही हैं।"

टाइप 2 डायबिटीज को एडल्ट ऑनसेट डायबिटीज भी कहा जाता है क्योंकि यह सामान्यत: 35 की उम्र के बाद होता है। हालांकि, युवाओं में मोटापा बढ़ने के कारण यह बीमारी अब 35 से कम उम्र के लोगों में भी हो रही है। ठीक इसी तरह, टाइप 1 डायबिटीज भी मुख्यत: बच्चों और किशोरों में होती है लेकिन यह भी आपको किसी भी उम्र में अपना शिकार बना सकती है। टाइप 1 डायबिटीज आपके इन्सुलिन पर निर्भर करती है।

चिंता का विषय यह भी है कि अधिकतर लोग इस बीमारी के लक्षणों से परिचित नहीं हैं या उन्हें यह पता ही नहीं है कि वे इस बीमारी से ग्रस्त हैं भी या नहीं।

डॉ. साकेत ने बताया कि भूख-प्यास का बढ़ना, बार-बार पेशाब के लिए जाना, वजन में आई अचानक और बेवजह कमी, कमजोरी या थकान, आंखों में धुंधलेपन का आना आदि डायबिटीज के सामान्य लक्षण हैं। बढ़ा हुआ वजन डायबिटीज के लिए एक बड़ा रिस्क फैक्टर है इसलिए यह बहुत जरूरी है कि अपने डायट स्टाइल का खयाल रखा जाए जिसमें कई तरह की फल-सब्जियां, लिक्विड, व्यायाम आदि शामिल हों। इसके अलावा अगर आपकी दवाइयां चल रही हैं तो अपनी दवाइयां सही समय पर लें।


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