10 वर्षीय बालक को ग्रामीणों ने छुड़ाया
धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिथरा निवासी 14 वर्षीय बालक को ग्राम खालबोरा में निवासरत व्यक्ति बहला फुसलाकर औरंगाबाद काम कराने भेजने के नियत से अपने घर में छिपाकर बंद कर रखा था

रायगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिथरा में रहने वाले 14 वर्षीय बालक को ग्राम खालबोरा धरमजयगढ़ में निवासरत व्यक्ति बहला फुसलाकर औरंगाबाद काम कराने भेजने के नियत से अपने घर में छिपाकर बंद रखा था, बालक के मां को संदेह हुआ और उसने गांववालों की मदद से बालक को बंद कमरे से सकुशल बरामद किया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम खालबोरा में रहने वाला हीरालाल पन्ना पिता एतवा पन्ना उम्र 35 वर्ष अपने बेटों तथा गांव आसपास के कुछ युवकों को काम दिलाने के नाम पर जिले से बाहर कई जगह भेज चुका है । ग्राम सिथरा का 14 वर्षीय बालक हीरालाल पन्ना के बेटों से परिचित था तथ हीरालाल भी बालक को जानता पहचानता था, बालक को नये मोबाईल की आवश्यकता को जानते हुये हीरालाल पन्ना ने बालक को लालच दिया कि यदि वह एक सप्ताह औरंगाबाद में कार्य करेगा तो उसे नया मोबाईल खरीद कर देगा।
हीरालाल के इसी झांसे में आकर बालक 09 अक्टूबर को हीरालाल के घर गया तो, हीरालाल बालक को अपने कोठार में बंद कर दिया। काफी देर तक बालक जब अपने घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां उसे खोजते हुए हीरालाल के घर पहुंची तो हीरालाल ने बालक को नहीं होना बताया। बालक के मां को संदेह हुआ और उसने गांववालों को बुलाकर हीरालाल के घर की तलाशी लिये तो बालक पटाव में बैठा मिला। बालक से पूछने पर बताया कि हीरालाल बोला था जब तक मैं न बोलू बैठे रहना, तब मामले का खुलासा हुआ ।


