बढ़ा किराया वसूलने पर 10 ऑटो किए गए सीज
शहर में ऑटो टेंपो चालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। इसको रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है

नोएडा। शहर में ऑटो टेंपो चालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। इसको रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है। जिला अधिकारी के निर्देश पर परिवहन विभाग ने मंगलवार को 10 ऑटो सीज किए। जिला अधिकारी ने बताया कि परिवहन विभाग के द्वारा प्रतिदिन अभियान चलाकर जांच पड़ताल की जा रही है। दोषी आटो संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनके ऑटो सीज किए जा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर परिवहन विभाग के द्वारा यातायात नियमों के पालन सुनिश्चित करने के लिए भी कार्यवाही की जा रही है। बुधवार को एआरटीओ एसके सिंह के द्वारा सिटी सेंटर, सेक्टर 37 तथा सेक्टर 71 से संचालित होने वाले ऑटो की गहनता के साथ जांच की गई और जांच में जिन आटो संचालकों के द्वारा अधिक किराया वसूल किया जा रहा था ऐसे 10 ऑटो को बॉटनिकल गार्डन पुलिस चौकी में सीज करते हुए बंद कर दिया गया है।
एआरटीओ के द्वारा अपने अभियान के दौरान 12 ऐसे वाहन चालकों का चालान किया गया जिनके द्वारा हेलमेट का प्रयोग नहीं किया जा रहा था । इसी प्रकार सीट बेल्ट न लगाने पर 12 वाहन चालकों का भी चालान किया गया है । जिलाधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जनपद की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुगम बनाने के लिए परिवहन वि•ााग के माध्यम से ऐसी कार्यवाही निरंतर रुप से जारी रखी जाएगी।
प्राधिकरण वादाखिलाफी के खिलाफ आज होगा प्रदर्शन
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की वादाखिलाफी के खिलाफ बुधवार को प्राधिकरण कार्यालय पर प्रदर्शन कर सीईओ को ज्ञापन सौंपेगी। इसको लेकर मंगलवार को पंचायत कर एक रणनिति बनाई गई। जिसमें कहा गया कि भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के राष्टï्रीय अध्यक्ष मास्टर श्योराज सिंह के साथ पहुंचे प्रतिनिधिमंडल के सामने यह वादा किया गया था कि आगामी 2 माह में कुछ गांव की आबादी नियमितीकरण कर किसान यूनियन लोक शक्ति को अवगत करा दिया जाएगा।
तब तक किसी भी ग्रामीण व किसान को आबादी के नाम पर शोषित नहीं किया जाएगा। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार इतना व्याप्त है कि आईएएस रैंक के अधिकारी भी ग्रामीणों की आबादी निस्तारण व किसानों के कार्य करने के बजाए किसानों व ग्रामीणों से झूठ बोलने पर आमादा है।


