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मृतक सफाई मजदूरों के आश्रितों को 10-10 लाख का मुआवजा व नौकरी

लाजपत नगर में सीवर की सफाई करते हुए तीन व पिछले माह वसंत कुंज में सफाई के दौरान मरे चार मजदूरों सहित सभी मजदूरों के आश्रितों को अब दिल्ली सरकार 10-10 लाख रूपए का मुआवजा व सिविल डिफेंस में नौकरी देगी

मृतक सफाई मजदूरों के आश्रितों को 10-10 लाख का मुआवजा व नौकरी
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नई दिल्ली। लाजपत नगर में सीवर की सफाई करते हुए तीन व पिछले माह वसंत कुंज में सफाई के दौरान मरे चार मजदूरों सहित सभी सातों मजदूरों के आश्रितों को अब दिल्ली सरकार 10-10 लाख रूपए का मुआवजा व सिविल डिफेंस में नौकरी देगी। यह जानकारी विधानसभा को देते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दो टूक कहा कि दिल्ली में सीवर की सफाई सिर्फ मशीनों से करवाई जाएगी, हाथ से सफाई की सख्त मनाही है। घटना में जो भी अधिकारी, ठेकेदार जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होने सदन को बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतक मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की है। सदन में मृतक मजदूरों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्घांजलि दी गई।

सदन दो बार स्थगित, विपक्षी विधायकों को मार्शलों से निकलवाया बाहर

हालांकि आज सदन की शुरूआत हंगामे से हुई और हंगामे के चलते दो बार सदन को स्थगित भी करना पड़ा। मानसून सत्र के पहले दिन जैसे ही कामकाज शुरू हुता तो नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सफाई कर्मियों की मौत का मुद्दा उठाते हुए एक-एक करोड़ रूपए मुआवजे की मांग रखते हुए और स्पीकर के आसन के सामने आ गए। इसके बाद सत्तापक्ष के विधायक भी आ गए और जमकर नारेबाजी होती रही।

दो बार सदन बाधित होने के बावजूद गतिरोध जारी रहने पर स्पीकर रामनिवास गोयल ने नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता व भाजपा विधायक मंजिंदर सिंह सिरसा को मार्शलों द्वारा सदन से बाहर करवा दिया। इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता द्वारा दिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को खारिज कर दिया। जब हंगामा शुरू हुआ तो उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुआवजे का ऐलान किया। इसके बाद दिल्ली जल बोर्ड प्रभारी मंत्री, राजेन्द्र पाल गौतम ने बताया कि दिल्ली में किसी भी सीवर की सफाई हाथ से नहीं होगी यदि हाथ से ही सफाई जरूरी हुई तो स्थानीय जेई स्तर के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

हाथ से सीवर की नहीं होगी सफाई, विधायक ने मजदूरों के ब्यौरे का दिया सुझाव श्री गौतम ने सदन को बताया कि लाजपत नगर हादसे के जिम्मेदार ठेकेदार, अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। विपक्ष की मांग पर सत्ता पक्ष के विधायक संदीप कुमार ने भी मुहर लगाई और कहा कि सिविल डिफेंस की नौकरी अस्थाई है, सरकार मृतकों के परिजनों को स्थाई नौकरी दे व अन्य विभागों के कर्मियों के निधन पर दिल्ली सरकार द्वारा दिए जाने वाले एक करोड़ के मुआवजा की तर्ज पर सफाई मजदूरों के परिजनों को भी एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएं।

आम आदमी पार्टी विधायक प्रवीण कुमार ने दिल्ली वासियों से अपील की है कि वह जल्दबाजी में सरकारी सेवको निजी सफाई कर्मियों के द्वारा साफ न करवाएं। कोंडली विधायक मनोज कुमार ने बताया कि इन सफाई मजदूरों को कौन ठेकेदार ले जाकर सफाई करवा रहा था इसकी कोई जानकारी कहीं नहीं मिली है।

अत: भविष्य में ऐसा प्रबंध किया जाए कि जो भी ठेकेदार मजदूरों से काम ले उसका संपूर्ण ब्यौरा जल बोर्ड को दे। बता दें कि लाजपत नगर इलाके में कल्याणपुरी, दल्लूपुरा, खिचड़ीपुर के निवासी 22 वर्षीय मोहन, 28 वर्षीय अन्नू तथा 32 वर्षीय जोगिंदर की सीवर सफाई के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने मौत हो गई थी।


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