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 पारदर्शी चुनाव कराने की परंपरा को और मज़बूत बनाएंगे: मुख्य चुनाव आयुक्त

 देश के नये मुख्य चुनाव आयुक्त आेम प्रकाश रावत ने आज कहा कि वह चुनाव आयोग की निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव कराने की परंपरा को और मज़बूत बनाने का प्रयास करेंगे।

 पारदर्शी चुनाव कराने की परंपरा को और मज़बूत बनाएंगे: मुख्य चुनाव आयुक्त
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नयी दिल्ली। देश के नये मुख्य चुनाव आयुक्त आेम प्रकाश रावत ने आज कहा कि वह चुनाव आयोग की निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव कराने की परंपरा को और मज़बूत बनाने का प्रयास करेंगे।

रावत ने यहां निर्वाचन सदन में पदभार ग्रहण करने के बाद यूनीवार्ता से कहा कि चुनाव आयोग का दायित्व है कि देश में चुनाव निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी हों।

आयोग ने इसी परंपरा को बढ़ाया है और वह भी इसी परंपरा को और मज़बूत करने का प्रयास करेंगे। रावत के साथ पूर्व वित्त सचिव अशोक लवासा ने भी चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण किया। रावत ने ए के जोति का स्थान लिया है जो कल सेवानिवृत्त हुए हैं।

मध्यप्रदेश कैडर के 1977 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे श्री रावत मूल रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी के रहने वाले हैं। उनके पिता पंडित रामस्वरूप रावत एक प्राथमिक विद्यालय थे।

रावत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता के निर्देशन में ही पूरी की। उन्होंने राजकीय इंटर कालेज से इंटरमीडिएट करने के बाद बिपिन बिहारी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की।

बाद में उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से भौतिक शास्त्र में एमएससी की पढ़ाई की। इसके अलावा उन्होंने ब्रिटेन से सामाजिक विकास नियोजन में भी एमएससी की है।

श्री रावत 1976 में भारतीय वन सेवा में चुने गये और इसके बाद 1977 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में उनका चयन हो गया।

उन्हें मध्यप्रदेश कैडर आवंटित किया गया। वह इंदौर समेत अनेक जिलों में कलेक्टर, आयुक्त और विभिन्न विभागों में प्रमुख सचिव रहे।

केन्द्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान पर रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं। मध्य प्रदेश में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में उन्होंने आदिवासियों के वनाधिकार संबंधी कानून के प्रभावी कार्यान्वयन किया जिसके लिए उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सर्वश्रेष्ठ लोकसेवक का पुरस्कार प्रदान किया था।

वह केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्रालय में सचिव (लोक उपक्रम) के पद से 31 दिसंबर 2013 को सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें अगस्त 2014 में चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था।

ईमानदार और स्वच्छ छवि के रावत की दो बेटियां हैं। दोनों ही अमेरिका में हैं। एक बेटी डाक्टर है और दूसरी मैनेजमेंट में पीएचडी कर रही है। उनके भाई राजेंद्र रावत झांसी में रहते हैं। नए मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उनके नाम की घोषणा होने पर उनके गृहनगर में झांसी में जश्न मनाया गया।


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