सलाहकार कंपनी का मॉडल तय करेगा प्राधिकरण की नई इमारत का बजट
सेक्टर-96 में निर्माणाधीन प्राधिकरण के बिल्डिंग के बजट में कटौती की जाएगी। पूर्व के बजट में कितनी कटौती की जाएगी इसके लिए जुलाई के पहले सप्ताह में बैठक होगी
नोएडा। सेक्टर-96 में निर्माणाधीन प्राधिकरण के बिल्डिंग के बजट में कटौती की जाएगी। पूर्व के बजट में कितनी कटौती की जाएगी इसके लिए जुलाई के पहले सप्ताह में बैठक होगी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सलाहकार कंपनी द्वारा बिल्डिंग का नया प्रारूप प्रस्तुत किया जाएगा।
यह प्रारूप पार्यावरण हितैशी के साथ पूर्व के बजट के काफी कम होगा। हाल ही में हुई बैठक में प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सलाहकार कंपनी को निर्देश दिए थे। जिसको लेकर कंपनी द्वारा निरिक्षण कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सेक्टर-96 में प्राधिकरण की नई बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। इसकी नींव अप्रैल 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रखी थी। इसका 10 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है।
इसके निर्माण का कुल बजट 800 करोड़ है। जिसमे 300 करोड़ रुपए जमीन व 500 करोड़ रुपए निर्माण कार्य पर खर्च किया जाएगा। लेकिन औद्योगिक विकास मंत्री के निर्देश के बाद बिल्डिंग के निर्माण बजट में कमी की जाएगी। बताते चले कि मौजूदा समय में प्राधिकरण खुद वित्तीय स्थिति से जूझ रहा है। लिहाजा बजट कमी के चलते कई प्रस्तावित योजनाएं लटक चुकी है।
ऐसे में प्राधिकरण की बिल्डिंग के बजट को कम कर बचे बजट का प्रयोग अन्य परियोजनाओं में करने की योजना है। लिहाजा सलाहकार कंपनी को दो सप्ताह में नया प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिए गए है। यह रिपोर्ट ही तय करेगी कि बजट में कितनी कमी की जाए। पूर्व के मॉडल के अनुसार प्राधिकरण का पूरा ऑफिस करीब 6 एकड़ जमीन पर बनाया जा रहा है। जिसमे दो बहुमंजिला इमारतों को शामिल किया गया है। पहली बिल्डिंग 19 मंजिल की जबकि दूसरी इसके साथ लगी हुई नौ मंजिल की होगी।
बिल्डिंग का किया जाएगा वाणिज्यिक प्रयोग
प्राधिकरण की योजना है कि बिल्डिंग में सिर्फ नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर नहीं होगा। बल्कि अन्य दफ्तर किराए पर भी दिए जाएंगे। साथ ही वाणिज्यिक गतिविधि में चलाई जाएंगी। जिसके लिए यहा वाणिज्यिक स्टोर के अलावा रेस्टोरेंट को भी शामिल किया गया है। इससे आने वाले किराए से बिल्डिंग निर्माण में आने वाली लागत निकाली जाएगी।


