Top
Begin typing your search above and press return to search.

सब्जी उत्पादन से संवर रही पहाड़ी कोरवाओं की जिंदगी

कोरवा जनजाति समुदाय के लोग अब शासन की महत्वाकांक्षी सौर सुजला योजना का सार्थक लाभ लेकर अपने खेतों में साग-सब्जी के साथ धान की पैदावार करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे है...

सब्जी उत्पादन से संवर रही पहाड़ी कोरवाओं की जिंदगी
X

भगतराम व सादराम को मिला
सौर-सुजला योजना का लाभ

रायगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखण्ड के 110 कि.मी. दूरस्थ अंचल ग्राम पंचायत साजापाली के आश्रित ग्राम आमानारा में निवासरत राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय के लोग अब शासन की महत्वाकांक्षी सौर सुजला योजना का सार्थक लाभ लेकर अपने खेतों में साग-सब्जी के साथ धान की पैदावार करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे है। साथ ही अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा देकर आगे बढ़ाना भी उनकी मंशा है। कई दशक तक तीर-कमान के साथ जंगलों में अपना जीवन-यापन करने वाले पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय के जीवन में नया बदलाव आने लगा है।

धरमजयगढ़ विकासखण्ड के दूरस्थ अंचल ग्राम आमानारा में लगभग 35 परिवार पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय के लोग निवास करते है। पहाड़ी कोरवा आमानारा निवासी किसान श्री भगतराम ने बताया कि क्रेडा विभाग के अधिकारियों ने उनसे संपर्क करके सौर-सुजला योजना की जानकारी दी और गांव के श्री भगतराम, श्री सादराम एवं श्रीमती बुधनी हंसदा के खेतों में 3 एचपी का सरफेश सोलर पैनल लगा दिया।

उन्होंने बताया कि दूरस्थ अंचल होने के कारण इन क्षेत्रों में लो-वोल्टेज की समस्या आती थी। साथ ही पहले खेती-किसानी के लिए बरसात के पानी पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब खेतों में सोलर पैनल लग जाने से पानी की समस्या से निजात मिल गई है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि शासन की योजना का लाभ मिल जाने से उनके खेतों तक आसानी से पानी पहुंचने लगी है। साल में दो फसल आसानी से मिल जाती है।

उन्होंने बताया कि धरमजयगढ़ क्षेत्र के क्रेड़ा विभाग के जूनियर इंजीनियर श्री संदीप मार्को एवं श्री विक्रम सिंंह ठाकुर द्वारा समय-समय पर गांव आकर उनसे संपर्क करते है और सोलर पैनल की जानकारी लेते है। कही भी कोई समस्या आने पर तत्काल उनके द्वारा समाधान कर दिया जाता है।

पहाड़ी कोरवा किसान श्री भगतराम एवं सादराम ने बताया कि दोनों का लगभग दो-दो एकड़ जमीन है। जिसमें वे बरसात की फसल में धान लेते है और गर्मी के मौसम में अपने खेतों में बरबटी, लौकी, मक्का, धनिया, टमाटर, मिर्ची सहित अन्य सब्जियों की पैदावार करते है।

उन्होंने बताया कि अपने क्षेत्र के नजदीक बाजारों में सब्जी का विक्रय करके आर्थिक रूप से आमदनी प्राप्त हो जाती है। श्री भगतराम ने बताया कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा देकर आगे बढ़ाना चाहते है। उनकी बड़ी बेटी अनिता कक्षा 8 वीं उनका बेटा रामकुमार कक्षा 8 वीं एवं छोटा लड़का राजकुमार कक्षा तीसरी में पढ़ता है। उनका आधार एवं राशन कार्ड सरपंच द्वारा बना दिया गया है। शासन द्वारा उनको नि:शुल्क खाद एवं बीज की सुविधा भी उपलब्ध हो जाती है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को धन्यवाद ज्ञापित किया है। उल्लेखनीय है कि पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय के लोग अब आधुनिक यंत्रों का भी उपयोग करने लगे है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it