उस्मानाबाद (महाराष्ट्र)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार और महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार पर किसानों के ज्वलंत मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मुद्दे पर अगले महीने से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
शरद पवार ने यहां शुक्रवार को किसानों की एक रैली के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने संसद के मानसून सत्र के व्यर्थ बीत जाने पर अफसोस जताया और कहा कि किसानों के मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
आज ही वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले ने कहा था कि पवार की प्रशासनिक क्षमता का उपयोग दलीय सीमा तोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर किया जाना चाहिए।
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पवार ने कहा, "प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोले। बोलना तो छोड़िए, इतने दिनों तक वह संसद से गैरहाजिर रहे।"
उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में लोगों ने सरकार बदलने के लिए मतदान किया था। अब, कोई नहीं जानता कि सरकार कहां जा रही है। सरकार को सूखे की मार झेल रहे लोगों की तकलीफ का अहसास तक नहीं है। "
उन्होंने कहा कि मराठवाड़ा और अन्य जगहें सूखे का प्रकोप झेल रहे हैं लेकिन सरकार लोगों के लिए कुछ नहीं कर रही है।
पवार ने चेतावनी दी, "अगर सरकार ने किसानों की मांगों की अनदेखी जारी रखी तो हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे। अगर 15 सितंबर तक सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो फिर हम महाराष्ट्र में जेल भरो आंदोलन छेड़ देंगे।"
पवार ने कहा, "हम अपने साथ अपने भूखे जानवरों को भी जेल ले जाएंगे। सरकार को इनके खाने-पीने का इंतजाम वहीं करने दीजिए।"