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मेट्रो किराया वृद्धि: सरकार ने लगाई फिलहाल रोक

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मेट्रो के तीन अक्टूबर से बढऩे वाले किराए की योजना को लेकर नाराजगी जता रहे हैं

मेट्रो किराया वृद्धि: सरकार ने लगाई फिलहाल रोक
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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मेट्रो के तीन अक्टूबर से बढऩे वाले किराए की योजना को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। उन्होंने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को तलब किया और कहा कि प्रस्ताव लाकर बताएं कि कैसे ये बढ़ोतरी रोक सकते हैं।

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि मेट्रो किराया बढ़ोतरी जनविरोधी है।

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने भी मेट्रो के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह को तलब किया और फिर आदेश जारी कर दिया कि दिल्ली सरकार पूरे मामले की जांच कर रही है और इसलिए इसे फिलहाल टाल दिया जाए।

बता दें कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार 50-50 साझेदार हैं और जो किराया वृद्धि समिति बनी थी उसमें भी सेवानिवृत्त जस्टिस एमएल मेहता के साथ दिल्ली के मुख्य सचिव केके शर्मा भी शामिल थे। आठ मई को किराए वृद्धि का पहला चरण लागू हो चुका है लेकिन दूसरे चरण के लागू होने से पहले केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से कहा है कि वह एक सप्ताह में किराया बढ़ोतरी को रोकने के उपाय निकालें।

बता दें कि दिल्ली मेट्रो के प्रस्ताव के मुताबिक दिल्ली मेट्रो में किराया न्यूनतम 10 रुपये से लेकर अधिकतम 60 रुपये किया जाएगा जबकि अभी ये न्यूनतम 10 रुपये से अधिकतम 50 रुपये है।

पूरे मामले में जब मेट्रो से पक्ष जानने का प्रयास किया तो जानकारों ने बताया कि दिल्ली मेट्रो रेलवे (ऑपरेशन एंड मेंटीनेंस) एक्ट, 2002 की धारा 37 के मुताबिक किराया निर्धारण समिति की सिफारिशों को मानने के लिए बाध्य है। हालांकि मेट्रो का दावा है कि उसके ईंधन खर्च में 2009 के 3.21 रूपए प्रति यूनिट के मुकाबले 6.58 रूपए होने से 105 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। स्टाफ के खर्च भी इस अवधि में 1.17 करोड़ से 2.80 करोड़ होकर 139 प्रतिशत बढ़े हैं। रखरखाव खर्च में भी 213 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसके अलावा उसने जापान से 26760 करोड़ के ऋणलिए हैं जिसमें 3770.79 ही अदा किए गए हैं। इसलिए मेट्रो के पास जो सरप्लस 26 पैसे हैं उसमें 11 पैसे ब्याज व 16 पैसे मूलधन चुकाने में खर्च हो रहे हैं जबकि परिचालन से उसे एक रूपया मिलता है और कुल मिलाकर कोई भी शेष बचत नहीं होती। कुल मिलाकर 2016-17 में 378 करोड़ की हानि होगी।

दूरी--मौजूदा किराए --संशोधित किराया(सोमवार से शनिवार)-

--दूरी (किमी)- किराया (रुपए)- दूरी (किमी) पहला चरण जो लागू हो चुका है--दूसरे चरण में किराया

0-2-------8.00---------0.2------10.00-------10.00

2-4--10.00 रू.-2-5 15.00--20.00

4-6--12.00 रू.-5-12-20.00--30.00

6-9--15.00 रू.-12-21-30.00--40.00

9-12--16.00 रू.-21-32-40.00--50.00

12-15--18.00 रू.32 किमी से अधिक-50.00--60.00

15-18--19.00रू.

18-21--21.00रू.

21-24--22.00 रू.

24-27--23.00रू.

27-31--25.00 रू.

31-35--27.00 रू.

35-39--28.00 रू.

39-44--29.00रू.

44 किमी से अधिक--30.00 रूपए.

रविवार और राष्ट्रीय अवकाशों (26 जनवरी, 15 अगस्त और 2 अक्तूबर) पर किराया...

दूरी के क्षेत्र (किमी)-पहले चरण का किराया (रुपए)-दूसरे चरण का किराया (रुपए)

0-2------------------10--------------- 10

2-5-----------------10----------------- 10

5-12----------------10---------------- 20

12-21---------------20---------------- 30

21-32---------------30---------------- 40

32 किमी से अधिक-------40---------------- 50


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