हम अपने देश के संस्कार खत्म नहीं होने दे सकते। विविधता, सहिष्णुता और बहुलता हमारे देश के मूल्य हैं और इन्हें हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए: प्रणब मुखर्जी
जो कोई भी सांप्रदायिक तनाव फैलाने या इस तरह की कोई समस्या पैदा करने की कोशिश करेगा या इस तरह की गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी: राजनाथ सिंह
नई दिल्ली/नोएडा ! राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देशवासियों से परस्पर सहिष्णुता कायम रखने की अपील करते हुए आज कहा कि विविधता, सहिष्णुता और बहुलता भारत के मूल्यों में शुमार हैं और इन्हें मिटने नहीं दिया जा सकता। मुखर्जी ने यहां एक पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम में कहा कि विविधता, सहिष्णुता और बहुलता भारत के महत्वपूर्ण मूल्य हैं और इनका सदैव ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, हम अपने देश के संस्कार खत्म नहीं होने दे सकते। उन्होंने कहा, हम सबको मिल-जुलकर रहना होगा और सांस्कृतिक विविधता को ध्यान में रखना होगा। हमारी सभ्यता पर हमले-दर-हमले हुए, लेकिन मूल्यों के कारण ही हमारी सभ्यता आज भी जिंदा है। गौतमबुद्ध नगर के दादरी के निकट बिसाहड़ा गांव में हुई घटना के बाद आरोपों-प्रत्यारोपों और राजनीतिक बयानबाजी के बीच राष्ट्रपति का यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होगा। राष्ट्रपति ने देश में हुए विकास का उल्लेख करते हुए कहा, हर क्षेत्र में जोरदार विकास हुआ है, फिर भी अभी हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि विकास की कोई सीमा नहीं होती।उप्र के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के बाद मारे गए अखलाक के हत्याकांड की रिपोर्ट आज पीएमओ पहुंची। खबरों के मुताबिक, होम मिनिस्ट्री ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें उप्र सरकार की रिपोर्ट का भी जिक्र है। मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिह ने कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, जो कोई भी सांप्रदायिक तनाव फैलाने या इस तरह की कोई समस्या पैदा करने की कोशिश करेगा या इस तरह की गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें कोई नई बात नहीं है। दक्षिण एशियाई देशों में मानव तस्करी की बढ़ती वारदातों पर राजनाथ ने कहा कि यह सीमा रहित संगठित अपराध है। इधर, अखलाक के गांव जाने की कोशिश कर रहीं विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) नेता साध्वी प्राची को हिरासत में ले लिया गया। धारा 144 और पुलिस के मना करने के बाद भी वह आज अखलाक के बिसहड़ा गांव जा रही थीं। हालांकि, पुलिस ने उन्हें कुछ देर बाद गांव से दूर छोड़ दिया। इस दौरान साध्वी ने कहा, अगर हैदराबाद से ओवैसी आ सकते हैं, राहुल गांधी आ सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं? यह सब आजम खान करवा रहे हैं। आजम ने देश की इमेज खराब करने के लिए 1 करोड़ रुपए लिए हैं। गौरतलब है कि इस गांव में 70 साल से हिंदू-मुसलमान एक साथ रह रहे थे, प्यार और मोहब्बत के साथ। कभी बच्चों तक में झगड़ा नहीं हुआ और अचानक एक रात में सब कुछ खत्म हो गया।