निजी व वाणिज्यिक ऋण (ईएमआई) हो सकता है सस्ता
मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की, जिससे निजी व वाणिज्यिक ऋण सस्ता हो सकता है। ब्याज दरों में कटौती की घोषणा मंगलवार को आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने मौजूदा वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान की।
आरबीआई के इस फैसले के बाद रेपो दर 7.25 फीसदी से घटकर 6.75 फीसदी हो गई है। इस कटौती से व्यक्तिगत, वाहन, आवास और व्यावसायिक ऋण पर भुगतान की जाने वाली ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है। रेपो दर वह दर होती है, जिस पर रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को छोटी अवधि के लिए ऋण देता है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर भी 0.50 फीसदी घटकर 5.75 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह 4.00 प्रतिशत बनी हुई है।