नई दिल्ली ! कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार सूचना की सुरक्षा का वातावरण बनाने के अपने वादे के उलट नागरिकों के निजी जीवन में ताक-झांक कर रही है। पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार आम के बीच होने वाले संपर्क और संदेश भेजने के निजी अधिकार में अतिक्रमण करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "व्यक्तिगत स्वतंत्रता को छीनना, नागरिकों की जासूसी और विरोधी विचार को कुचल देना नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का नया डीएनए बन कर उभरा है।"
उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार द्वारा निजी स्वतंत्रता को छीनने का एक 'कुत्सित प्रयास' है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "पहले तो सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एनक्रिप्शन नीति प्रपत्र जारी किया, फिर इसे संशोधित किया और अंत में यह संकेत देते हुए वापस ले लिया कि इसे फिर से लाया जा सकता है। यह प्रपत्र मोदी सरकार द्वारा निजता के सभी पैमानों का उल्लंघन करने का एक तानाशाही भरा, गलत समझ पर आधारित और असफल प्रयास था।"
उन्होंने कहा, "यह सरकार अपने काम की आलोचना करने वालों को सहन नहीं कर पाती और सोचती है कि उन्हें दबा लेगी।"
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण के बयान पर सुरजेवाला ने कहा कि आरएसएस और भाजपा हमेशा से ही समाज के पिछड़े हिस्सों के लिए बनी योजनाओं के प्रति नकारात्मक भाव रखते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार सीबीआई का इस्तेमाल अपने राजनैतिक विरोधियों के खिलाफ कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बिहार चुनाव के लिए पार्टी के प्रत्याशियों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।