वाशिंगटन ! अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अगले सप्ताह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए उत्सुक हैं। मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले मंगलवार को दोनों देशों के बीच अहम वार्ता शुरू हुई।
केरी ने कहा कि विदेश मंत्रालय स्तर पर दोनों देशों के बीच होने वाली पहली रणनीतिक एवं वाणिज्यिक उच्चस्तरीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच मौजूदा समय के कुछ बेहद पेंचीदा विषयों पर चर्चा होगी।
वार्ता के लिए केरी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जबकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज करेंगी।
स्वराज ने ओबामा की इसी वर्ष जनवरी में भारत यात्रा के दौरान ओबामा और मोदी द्वारा रणनीतिक स्तर की वार्ता को बढ़ाकर रणनीतिक और वाणिज्यिक स्तर का किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच वार्ता काफी उत्पादक और अर्थपूर्ण साबित होगी।
अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए केरी ने कहा कि दोनों देशों ने अगले पांच वर्षो में आपसी कारोबार को पांच गुना बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है।
मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आतंकवाद, हिंद महासागर, समुद्री सुरक्षा, दक्षिण एशिया की चुनौतियां, परमाणु अप्रसार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
मोदी और ओबामा के बीच एक वर्ष के अंदर अगले सप्ताह होने वाली तीसरी शिखर स्तर की बैठक से ठीक पहले सोमवार की रात एक व्यावसायिक सम्मेलन में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा, "हमारा लक्ष्य भारत को अपना सबसे अच्छा मित्र बनाना है।"
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति, मैं और समस्त प्रशासन का विश्वास है कि भारत-अमेरिका संबंध 21वीं सदी को पारिभाषित करने वाला होगा।"
बिडेन ने कहा कि दोनों देशों में व्यापार और निवेश की अकूत संभावनाएं हैं, लेकिन अधिक सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका मोदी के सुधार को सहयोग करने में पूरी मदद करेगा।
सम्मेलन में हिस्सा लेने वालीं सुषमा स्वराज ने कहा कि दोनों देशों का संबंध लोकतंत्र से पैदा हुई समानता से परिभाषित होता है।
स्वराज ने कहा, "हमने अपनी समानता का उपयोग रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरणीय सुरक्षा, विज्ञान और पौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष जैसे विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय प्राथमिकताओं पर आगे बढ़ने में किया है।"
स्वराज ने कहा, "जैसा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था, हमारी साझा कोशिशों से भारत-अमेरिका साझेदारी 21वीं को पारिभाषित करने वाली बन सकेगी।"
स्वराज जहां अमेरिका-भारत रणनीतिक वार्ता का नेतृत्व कर रही हैं, वहीं सीतारमण वाणिज्यिक वार्ता का नेतृत्व कर रही हैं।
रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता के अंतर्गत रणनीति और वाणिज्यिक वार्ता के अलावा अधिकारी स्तर की भारत-अमेरिका स्वास्थ्य वार्ता और जलवायु परिवर्तन पर भारत-अमेरिका संयुक्त कार्य समूह की एक बैठक भी होगी।