कीव ! पूर्वी यूक्रेन में बीते 17 महीनों से जारी हिंसक झड़प से अशांत इलाकों में रह रहे बच्चों को गहरा आघात पहुंचा है। ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी एंड कोऑपरेशन इन यूरोप (ओएससीई) ने गुरुवार को यहां यह जानकारी दी।
यूक्रेन में ओएससीई के विशेष निगरानी मिशन के उप प्रमुख निगरानीकर्ता एलेक्जेंडर हग ने कीव में संवाददाताओं से कहा, "स्कूल के शिक्षकों ने हमें कहा है कि कई बच्चे तनाव से जूझ रहे हैं, जो संघर्ष का परिणाम है।"
हग ने कहा कि भयानक व जानलेवा परिस्थितियों जैसे गोलीबारी, लड़ाई तथा संघर्ष में इस्तेमाल किए जा रहे विस्फोटकों से हजारों बच्चे मनोवैज्ञानिक विकारों से पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा कि देश में बढ़ते सैन्यीकरण से उनकी हालत और खराब हो रही है।
हग ने कहा, "हमारे निगरानीकर्ताओं ने गोरलोव्का में खेल के मैदान में गश्ती लगाते सशस्त्र लोगों को देखा है, जो तथाकथित दोनेत्स्क रिपब्लिक द्वारा नियंत्रित है। इसी बीच अन्य इलाकों में स्कूल जाते समय सैन्य जांच चौकी से होकर गुजरना बच्चों की दिनचर्या हो गई है।"
संयुक्त राष्ट्र चिल्ड्रंस फंड के मुताबिक, पूर्वी यूक्रेन में लगभग 17 लाख बच्चे संघर्ष से प्रभावित हैं। अप्रैल 2014 में शुरू हुए संघर्ष में बंदी बनाने के दौरान 68 बच्चों के मारे जाने की खबर है, जबकि 180 अन्य घायल हुए हैं।