• चिल्लाते हुए फहीम बेग ने प्रधानमंत्री का किया विरोध

    देश भर में फैली वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए गठित राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम (एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के उद्घाटन के दौरान बुधवार को उस समय असहज स्थिति पैदा हो गई ...

    नई योजना की कोई जरूरत नहींयोजनाओ  का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच रहामंच पर आसीन प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी नई दिल्ली !  देश भर में फैली वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए गठित राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम (एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के उद्घाटन के दौरान बुधवार को उस समय असहज स्थिति पैदा हो गई जब एक आदमी ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए लागू किसी भी योजना का लाभ उस तक नहीं पहुंचने का आरोप लगाया। इससे कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न हुई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एनएडब्ल्यूएडीसीओ का उद्घाटन किया। इस निगम की स्थापना का उद्देश्य देश भर में 163 करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना है।समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।विज्ञान भवन में जैसे ही प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यकों को आधिकारिक बनाने के लिए और कदम उठाने का वादा करते हुए अपना उद्घाटन भाषण खत्म किया, बाद में एम. फहीम बेग नाम से पहचाने गए एक व्यक्ति ने खड़े होकर आवाज लगाई कि किसी भी योजना का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच रहा है।बेग ने चिल्लाते हुए कहा, "जब मौजूदा योजनाओं को सही तरीके से लागू करना सरकार सुनिश्चित नहीं कर पाई है तो ऐसे में नई योजना की कोई जरूरत नहीं है।" बेग के विरोध को मंच पर आसीन प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और अन्य गणमान्य व्यक्ति देखते रह गए।सभा स्थल से बाहर निकाले जाने से पहले बेग ने कहा, "मैंने आपको 150 से भी ज्यादा पत्र लिखे, लेकिन मेरी आवाज सुनी ही नहीं गई।" जैसे ही बेग ने चिल्लाना शुरू किया, सुरक्षाकर्मी उसकी ओर लपके और पहले उसे चुप होकर बैठने के लिए कहा, लेकिन उसके ऐसा नहीं करने पर सभा कक्ष से बाहर निकाल दिया।बेग को हालांकि हिरासत में नहीं लिया गया और उसने बताया कि उसे सूचित किया गया है कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी उससे मुलाकात के लिए राजी हो गए हैं।गैरसरकारी संगठन चलाने वाले बेग ने आईएएनएस को अपने फाइल दिखाए जिसमें सूचना प्राप्ति के अधिकार के तहत हासिल कई रिपोर्ट थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी योजना लागू नहीं की गई।इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा, "अल्पसंख्यकों के हितों के संरक्षण और विकास के प्रति संयुक्त प्रगतिशील सरकार (संप्रग) कृत संकल्पित है। हमने सच्चर समिति की अधिकांश सिफारिशें लागू की हैं।"500 करोड़ रुपये की अधिकृत अंशधारी पूंजी के साथ निगम की स्थापना की गई है और यह वक्फ संपत्ति पर स्कूल, कॉलेज एवं अस्पताल जैसी सुविधाएं स्थापित करने के लिए वित्तीय संसाधान जुटाएगा।सच्चर समिति की सिफारिशों के परिणाम स्वरूप इस निगम की स्थापना की गई है। भारत में दुनिया भर में सबसे बड़ी संख्या में वक्फ संपत्तियां हैं।देश में 4.9 लाख से ज्यादा पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं और वर्तमान में इन संपत्तियों से करीब वार्षिक 163 करोड़ की आय होती है।वक्फ, चल एवं अचल संपत्तियों का मुस्लिम विधान द्वारा मान्य तरीके से धार्मिक, धर्मार्थ या न्यासी उद्देश्य से स्थायी रूप से समर्पित होता है।एक अनुमान के मुताबिक वक्फ बोर्ड के तहत देश भर में आने वाली संपत्तियों से वार्षिक 12000 करोड़ रुपये की आय हो सकती है।भूमि और संपत्ति के लिहाज से वक्फ बोर्ड भारत में रक्षा और रेलवे के बाद तीसरे स्थान पर आने वाली संस्था है।अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के. रहमान खान ने कहा कि सरकार ने वक्फ के प्रबंधन में कमी दूर करने का प्रयास किया और वक्फ संपत्तियों का अतिक्रमण करने का दोषी पाए जाने वालों को कड़ा दंड देने का प्रावधान किया है। हंगामे के बीच खान ने समारोह में धन्यवाद दिया।

अपनी राय दें