आज नहीं मिलीं तो होगी एफआईआररायपुर ! केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि कोयला खदानों के आवंटन की जांच सुप्रीम कोर्ट व सीबीआई कर रही है। कोयला घोटाले से संबंधित गायब फाईले कल तक नही मिलने पर एफआईआर दर्ज करवायी जायेगी। इंटक के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे श्री जायसवाल पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। कोयला घोटाले को लेकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर मे कहा कि कोयला आवंटन मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) द्वारा उच्चतम न्यायालय की निगरानी मे की जा रही है । गायब फाईले 10 सितम्बर तक नही मिलने पर प्राथमिकी भी उसके द्वारा ही र्दज करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय भी इस बारे मे प्राथमिकी दर्ज करवाने के बारे मे देखेगा।वैसे 95 प्रतिशत फाईले मिल गई हैं जिन्हे सीबीआई को सौंपा जा चुका है। छत्तीसगढ मे कोयले के अवैध उत्खनन के बारे मे पूछे जाने पर कहा कि यह कानून व्यवस्था से जुडा मामला है।राय सरकार को इसमे कार्यवाई करने का अधिकार है पर वह क्यों नही कदम उठा रही है उससे पूछा जाना चाहिए। श्री जायसवाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के लालकिले के माडल से दिए सम्बोधन के बारे मे पूछे जाने पर कहा कि किसी को ख्वाब देखने पर कोई रोक नहीं है। असली न सही नकली पर ही अपने सपने को वह पूरा कर रहे हैं। उन्होने कहा कि मोदी ने गुजरात मे कोई विकास नही किया वह तो इस तरह के दावे कर शेखचिल्ली बन रहे है।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री अदालत में हाजिर होंगे या नहीं मुझे इसकी जानकारी नहीं है। गायब हुई फाइलों की तलाश की जा रही है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए पसंद बताए जाने पर श्री जायसवाल ने कहा इसमे गलत क्या है हम सब चाहते है कि राहुल प्रधानमंत्री बने। वे आदर्श उम्मीदवार है। कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें भविष्य का प्रधानमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। अब इस बारे मे फैसला राहुल को करना है रायपुर में इंटक सम्मेलन से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिलने को लेकर उन्होंने कहा यह सम्मेलन फायदा-नुकसान के लिए नहीं है। यदि चुनाव में फायदा होगा तो कौन रोक सकता है। छग में अवैध कोल ब्लॉक आबंटन को लेकर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। अवैध उत्खनन पर केन्द्रीय कोयला मंत्री ने कहा अवैध उत्खनन को रोकने का दायित्व राय सरकारों का है। यदि वे इसमें असफल होते हैं तो इसके लिए राय सरकार स्वयं दोषी है। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी राय की जवाबदारी है उन्होंने कहा छग में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए जीरम घाटी की घटना हुई। हमने अपने बड़े-बड़े नेताओं को खोया है परंतु अब तक सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। उत्तरप्रदेश में फैले दंगों को लेकर कहा कि केन्द्र सरकार ने पहले ही एडवाइजरी भेजा था कि वहां साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। परंतु राय सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा अभी इस मामले में किसी को दोषी करार देना नहीं चाहते। उनकी पहली प्राथमिकता यह है कि स्थिति शांतिपूर्ण हो।श्री जायसवाल ने गुजरात में विकास को लेकर कहा वहां विकास का श्रेय सभी गुजरातियों को जाता है, लेकिन मोदी स्वयं की पीठ थपथपाकर शेख चिल्ली बन रहे हैं, उन्होंने स्वीकार किया कि सभी राजनैतिक दलों में गुटबाजी हैं, कंाग्रेस नेताओं ने बैठक अपने सारे मतभेद मिटा दिए हैं।