पटना ! जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहारियों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री अपने चुनावी पोस्टरों में तो बिहार में बहार होने का दावा करते हैं, जबकि हकीकत में मुख्यमंत्री आवास के पास ही सांख्यिकी स्वयंसेवक आत्मदाह करने को विवश है।
श्री यादव ने आज यहां पटना में पार्टी की ओर से आयोजित राजभवन मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में बिहारियों पर अत्याचार हो रहा है और मुख्यमंत्री हाथ पर हाथ धरे बैठै हुए हैं। मुख्यमंत्री की निष्क्रियता बिहारियों का सबसे बड़ा अपमान है। सांसद ने कहा कि नीतीश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं , तो नियोजित कर्मचारी आत्महाह करने को विवश हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य के मान-सम्मान और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करती रही है और आगे भी करती रहेगी।
राजभवन भवन मार्च के बाद पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल रामनाथ कोविंद से जाकर मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बिहार को सूखाग्रस्त राज्य घोषित करने, छपरा विश्वविद्यालय के कुलपति को बर्खास्त करने, मगध विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल बहाल करने और मणिपुर में बिहारियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रुकवाने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक वर्मा, महासचिव एजाज अहमद, विजयेंद्र सिंह, प्रेमचंद सिंह शामिल थे।