Top
Begin typing your search above and press return to search.

शिक्षण संस्थानों को आगे बढ़ने के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया गया जोर

जीएल. बजाज संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कम्प्यूटेशनल और प्रायोगिक विधि विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ

शिक्षण संस्थानों को आगे बढ़ने के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया गया जोर
X

ग्रेटर नोएडा। जीएल. बजाज संस्थान में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कम्प्यूटेशनल और प्रायोगिक विधि विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल, जीएल. बजाज के निदेशक डॉ. राजीव अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

दो दिन चलने वाली इस सम्मेलन में कुल 17 सत्र होंगे, जिसमें करीब 100 शोध पत्र पढ़े जाएंगे। वहीं करीब 250 छात्र छात्राओं, प्रवक्ताओं, शोध छात्र एवं उद्योग जगत के लोग हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें भारत के अलावा सिरियन रेलवे, शिपिंग डिपार्टमेन्ट सिरिया, डेबरी यूनिर्वसिटी, इथोपिया आदि है।

मुख्य अतिथि बतौर प्रो. आरएस. निर्जर पूर्व चेयरमैन एआईसीटी, विशेष वक्ता प्रो. डेनियल हैन (एपीएस मैकट्रोनिक, जर्मनी) ने सम्मेलन में हिस्सा लिया। सम्मेलन की अध्यक्षता आईआईटी दिल्ली के प्रो. पीएमवी सुब्बा राव थे। सम्मेलन के पहले दिन प्रो. आर.एस. निर्जर ने कहा कि आज भारत ने क्वालिटी इंजीनियरिंग कॉलेज ही आगे बढ़ पाएंगे, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि कॉलेज अपनी गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सदैव प्रयासरत रहे। उन्होंने आधुनिक शिक्षा को और भी प्रभावशाली बनाने पर जोर दिया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए वाईस चैयरमेन पंकज अग्रवाल ने कहा कि इंजीनियरिंग एक वृहद्ध क्षेत्र है और ये अत्यन्त आवश्यक है कि इंजीनियरिंग प्रोफेशनल अपनी समताओं को लगातार बढ़ाते रहे।

उन्होंने कहा कि कान्फे्रस, वर्कशाप आदि ही वो जरिया है जिससे द्वारा नई तकनीक से रूबरू हुआ जा सकता है। उन्होंने संस्थान के मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। प्रो. डेनियल हान ने इंजीनियरिंग ट्रेन्ड और औद्योगिक ऑटोमेशन पेपर को प्रेजेन्ट किया जिसका उद्देश्य यह था कि कैसे रोबोट जॉब प्रदान करने में समर्थक है और रोबोट आधुनिक दुनिया में कैसे प्रभावशाली क्षमता रखने में समक्ष है।

डॉ. डेनियल एपीएस (मैकेनोट्रोनिक्स) जर्मनी में प्रोफेसर है। उन्होंने रोबोट-रोबोट कोर्पोरेशन के द्वारा एबीबी पल्स टेक्नॉलॉजी पर जोर दिया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के डायरेक्टर डॉ. राजीव अग्रवाल ने दिया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it