जिले में बदतर होती जा रही है चिकित्सा व्यवस्था
जिले के अस्तित्व में आये 20 वर्ष पूरे होने को है, मगर आज भी जिलेवासियों को चिकित्सा सुविधा के नाम पर पड़ोसी जिलों का मुंह ताकना पड़ रहा है

जांजगीर। जिले के अस्तित्व में आये 20 वर्ष पूरे होने को है, मगर आज भी जिलेवासियों को चिकित्सा सुविधा के नाम पर पड़ोसी जिलों का मुंह ताकना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों से लेकर गंभीर रूप से घायल मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाने के चलते प्रतिवर्ष सैकड़ों लोगों की जान जा रही है। वहीं छोटी-मोटी मौसमी बीमारियों के अलावा गंभीर बीमारी एवं शल्यक्रिया के लिए यहां के अस्पतालों में न तो आवश्यक उपकरण की व्यवस्था है न ही डॉक्टरों की टीम ऐसे में मरीज महंगे ईलाज के लिए घर से दूर जाने को मजबूर है।
जिला मुख्यालय में पिछले 10 वर्ष पूर्व 100 बिस्तर वाला बैरिस्टर छेदीलाल जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक की स्थापना काफी जदोजहद के बाद किया जा सका। मगर यहां प्रशिक्षित स्टाफ व उपकरण की कमी अभी भी बनी हुई है। इसी तरह ट्रामा सेंटर व आपातकालीन चिकित्सा के लिए आईसीयू जैसे कक्ष अब भी नहीं बन पाये है।
इसी तरह सीटी स्केन व अन्य जांच उपकरणों की कमी के चलते कई मरीजों को बाहर रिफर करना मजबूरी बना हुआ है। इतना ही नहीं जिले में अग्निदग्धा मरीजों के लिए किसी तरह की सुविधा नहीं है, जबकि ऐसे मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड़ती है।
पांच वर्ष पूर्व बीडीएम चांपा में राज्यसभा सांसद निधि से बर्न युनिट की स्थापना जरूर की गई थी, मगर इस यूनिट में हुये खर्च बेकार साबित हो रहा है, क्योंकि यहां के लिए विभाग द्वारा स्टाफ उपलब्ध नहीं कराया जा सका। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मरीजों की परेशानी लगातार बनी हुई है। इसके विपरित जिले में निजी चिकित्सक अपनी दुकानदारी मजे से चला रहे है।
अस्पताल के निजीकरण के विरोध में युवा कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन
डॉ. रमन सिंह नेतृत्व वाली राज्य की भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश के शासकीय अस्पतालों को निजी हाथों में सौंपे जाने के निर्णय का प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष उमेश पटेल के आह्वान पर प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन अंतर्गत जिला युकां अध्यक्ष पिं्रस शर्मा एवं नगर युवा कांग्रेस अध्यक्ष चाम्पा, पंकज शुक्ला के संयोजकत्व में चाम्पा अवस्थित बीडीएम अस्पताल के सामने जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश शर्मा नगरपालिका अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, प्रवक्ता रफीक सिद्धिकी, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि इंजी. रवि पाण्डेय, वरिष्ठ इंका नेता धीरेन्द्र बाजपेई, उपाध्यक्ष भीषम राठौर एवं नगरपालिका परिषद् के पार्षद की विशेष उपस्थिति में लगभग दो घंटे धरना प्रदर्शन कर तहसीलदार चाम्पा को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए सरकार के इस गरीब विरोधी निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की गई।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने भाजपा सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि विगत 15 वर्षों से राज्य की सश्रा पर काबिज भाजपा की सरकार लगातार गरीब, किसान, मजदूर निर्णय लेकर जनता के साथ धोखा कर रही है। शासकीय अस्पतालों का निजीकरण करना सरकार का गरीब विरोधी निर्णय है, इस निर्णय से शासकीय अस्पतालों में शासकीय स्वास्थ्यगत योजनाओं के लाभ के लिए गरीबों को दर-दर भटकना पड़ेगा।
नगरपालिका अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने कहा कि बीडीएम अस्पताल की बदहाल स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि चाम्पा नगर में स्वास्थ्य हब के रूप में जाना जाता है किन्तु आज भी आसपास क्षेत्रों के गरीब किसानों को शासकीय अस्पताल बीडीएम का ही सहारा होता है किन्तु यह अस्पताल आज भी अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि इंजी. रवि पाण्डेय ने बीडीएम अस्पताल का उन्नयन कर 100 बिस्तर अस्पताल बनाने व बर्न यूनिट को सुचारू रूप से संचालित करने की बात कही, वहीं प्रवक्ता रफीक सिद्धिकी ने अस्पताल में नियमित साफ-सफाई व डॉक्टरों के नियमित व्यवस्था करने की मांग की।
कार्यक्रम को नागेन्द्र गुप्ता, गोपाल गुलशन सोनी, सुनील साधवानी, युकां अध्यक्ष अविनाश साहू एवं युकां उपाध्यक्ष कुशल कश्यप एवं नगर युकां अध्यक्ष पंकज शुक्ला ने भी संबोधित कर राज्य शासन के निर्णय को वापस लेने की मांग की। कार्यक्रम का संचालन आशीष कसेर व आभार प्रदर्शन युकां विधानसभा अध्यक्ष मनीष राठौर ने किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से किशन सोनी, शर्मिष्ठा कंसारी, श्रीमती गीता सोनी, हरिश पाण्डेय, श्रीमती मंजू राठौर, रामराज्य पाण्डेय, जिला युकां उपाध्यक्ष मून खान, विधानसभा अध्यक्षगण रज्जाक खान व अशोक रात्रे, चन्द्रपुर विधानसभा के युकां कार्यकारी अध्यक्ष रूपेश गभेल, विनोद खंूटे, हीरा उपाध्याय, मयंक थवाईत, गुड्डू पठान, भुरू कहरा, गौरव सिंह, लाला जायसवाल, आकाश तिवारी, प्रतीक सिंह, हर्ष मिश्रा, बलबीर ढिल्लो, अवधेश यादव, टिकेन्द्र यादव, आशुतोष शर्मा, गणेश मांझी, अनुराग दश्रा, सुनील चौरसिया, अरविन्द सूर्यवंशी, तापस कर्ष, प्रिंस पाण्डेय, आकाश यादव, सोनू राठौर, ईश्वर राठौर, पुष्पेन्द्र राठौर, आशीष देवांगन, राजेश यादव, मनीष देवांगन, सत्येन्द्र राठौर, अमित गोपाल, आशीष गौरहा, भूपेन्द्र यादव, विकास गोपाल, अजय शुक्ला, सौरभ तिवारी, आयुष गर्ग, एकांश रजत, अखिलेश त्रिपाठी, अमित सिंह, उमेश पटेल, पवन कश्यप, शुभम पाण्डेय, अनिल साहू, विवेक दिवाकर, महावीर देवांगन, रूपेश जैन, राजेश्वर सिंह, यादराम जांगड़े, महेश कुमार सारथी, दुर्गा प्रसाद कुर्रे सहित सैकड़ों में युकां कार्यकर्ता उपस्थित थे।


