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छग पॉवर मजदूर संघ केएसके महानदी के खिलाफ देगा धरना

छत्तीसगढ़ पॉवर मजदूर संघ द्वारा केएसके महानदी पॉवर कंपनी के विरूद्ध वादाखिलाफी करने के विरोध में धरना दिया गया था

छग पॉवर मजदूर संघ केएसके महानदी के खिलाफ देगा धरना
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कलेक्टर को ज्ञापन सौंप प्रबंधन पर वादाखिलाफी का लगाया आरोप
जांजगीर। छत्तीसगढ़ पॉवर मजदूर संघ ने आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुये केएसके महानदी पॉवर कंपनी लिमिटेड नरियरा द्वारा भूविस्थापितों से किये जा रहे वादाखिलाफी पर आवश्यक कार्रवाई करने एवं प्रभावित परिवारों को आदर्श पुर्नवास नीति का लाभ दिलाने की मांग की है। विदित हो कि छत्तीसगढ़ पॉवर मजदूर संघ द्वारा केएसके महानदी पॉवर कंपनी के विरूद्ध वादाखिलाफी करने के विरोध में धरना दिया गया था।

जिस पर गत 21 फरवरी को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में हुई त्रिपक्षीय वार्ता के तहत निर्णय लिया गया था कि कंपनी प्रबंधन 9 मार्च तक भू-विस्थापित परिवार के लोगों को नौकरी उपलब्ध करायेगी, मगर 9 मार्च को प्रबंधन की ओर से संघ से 15 दिवस का अतिरिक्त समय की मांग की गई थी।

उक्त समयावधि भी बीत जाने के बावजूद प्रबंधन अपने वादों को पूरा करने में विफल रहा है। ऐसे में छग पॉवर मजदूर संघ एक बार फिर प्रबंधन के विरूद्ध धरना ऑदोलन की तैयारी में जुट गया है। इसी संबंध में संघ के पदाधिकारी आज जिला मुख्यालय पहुंच कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुये अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।

संघ ने प्रबंधन के खिलाफ धरना आंदोलन एवं काम बंद करने की चेतावनी देते हुये तब तक संघर्ष करने की प्रतिबद्धता दोहराई है, जब तक भू-विस्थापित परिवार के लोगों को आदर्श पुनर्वास नीति का लाभ नहीं मिल जाता। विदित हो कि केएसके महानदी पॉवर कंपनी लिमिटेड के प्रबंधन द्वारा दर्जनों बार त्रिपक्षीय वार्ता के दौरान किये गये वादों को तोड़ती आ रही है और प्रभावित परिवारों के साथ सालों से छल किया जा रहा है। इन परिवार के कई सदस्य उच्च शिक्षा के अलावा तकनीकी शिक्षा हासिल कर चुके है।

बावजूद इसके कंपनी इन्हें रोजगार देने के बजाय बाहरी व्यक्तियों की भर्ती करती आ रही है। लोगों का आरोप है कि कंपनी इन्हें कभी ठेकेदार के हवाले रोजगार देने का आश्वासन देती है, तो कभी नौकरी से बाहर का रास्ता भी दिखा देती है।

इतना ही नहीं प्रबंधन भूमि अधिग्रहण को अपने बजाय अन्य एजेंसी के नाम पर करने के साथ रोजगार देने के लिए बाध्यता से भी मुकरती रही है। इन्ही मुद्दों को लेकर दर्जनों बार प्रभावित परिवार व जिला प्रशासन के साथ प्रबंधन की त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित होती रही है, जहां प्रबंधन के पदाधिकारी वादा तो करते रहे है, लेकिन लाभ देने के लिए हर बार टाल मटोल कर मामले को उलझाते आ रहे है। इसे लेकर संघ एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में जुट गया है।

पिछली बैठक के दौरान राजस्व मंत्री की ओर से संबंधित ध्यानकर्षण सूचना क्रमांक 26 की समीक्षा में केएसके महानदी पॉवर कंपनी लिमिटेड नरियरा के प्रबंधन को छत्तीसगढ़ शासन की आदर्श पुनर्वास 2007 की कंडिका 07.1 का पालन सुनिश्चित नहीं करने पर अप्रशन्नता व्यक्त की गई थी। साथ ही इस मामले पर कंपनी प्रबंधन को स्पष्टीकरण देने का निर्देश भी जारी किया गया था।

जिस पर केएसके पॉवर कंपनी लिमिटेड नरियरा के निर्मात्री एजेंसी में कार्यरत भूविस्थापितों को केएसके महानदी पॉवर कंपनी लिमिटेड नरियरा से नियुक्ति पत्र जारी किये जाने का निर्देश जिला कलेक्टर न दिया था।


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