• राजस्थान में 'मौताना' से कानून-व्यवस्था की समस्या!

    पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि प्रतापगढ़ जिले में एक व्यक्ति के घर को आग लगा देने ...

    जयपुर !    पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि प्रतापगढ़ जिले में एक व्यक्ति के घर को आग लगा देने के पीछे कहीं जनजातीय समुदाय में प्रचलित 'मौताना' की परम्परा तो नहीं है।

    प्रतापगढ़, भीलवाडा, चित्तौड़गढ़, राजसामंद और उदयपुर जिले सहित राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में जनजातीय समुदाय में प्रचलित इस परम्परा के अनुसार किसी व्यक्ति की मौत या किसी अन्य तरह के नुकसान की स्थिति में पीड़ित पक्ष को दूसरे पक्ष से मुआवजा लेने का हक है। यदि दूसरा पक्ष इससे इंकार करता है तो वह उसके घर में आग लगा सकता है या उसी तरह की वारदात को अंजाम दे सकता है।

    प्रतापगढ़ पुलिस के सर्कल अधिकारी सुरेंद्र सिंह भाटी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जिले के लखया फंटा गांव में मनीष नाम के एक व्यक्ति के घर और दुकान में 7 मार्च को गौतम मीणा के परिवार के सदस्यों ने आग लगा दी थी। आरोप है कि मनीष के परिवार के एक सदस्य के कारण दुर्घटना में 6 फरवरी को मीणा की मौत हो गई थी।

    गांव के बड़े-बुजुर्गों ने इस मामले को लेकर बैठक भी की और मनीष से गौतम के परिवार को मुआवजे के तौर पर 'मौताना' देने को कहा।


    मीणा और भील जनजाति बहुल इस क्षेत्र में 'मौताना' नहीं देने पर 'चनोतरा' की परम्परा भी है, जिसके अनुसार यदि आरोपी पक्ष पीड़ित पक्ष को मुआवजा नहीं देता है तो पीड़ित पक्ष को उससे बदला लेने का हक होगा। वह उसके घर को आग लगा सकता है, उन्हें पीट सकता है या क्षतिपूर्ति मिलने तक मृतक के शव को उसके घर के सामने रखकर प्रदर्शन कर सकता है।

    भाटी के अनुसार, ''मनीष ने बताया कि उसने गौतम के परिवार को पैसा नहीं दिया, जिसके बाद उन लोगों ने उसकी दुकान और घर को आग लगा दी। उसने यह भी आरोप लगाया है कि गौतम के परिवार के सदस्य उसकी दुकान से कई चीजें भी उठा ले गए। मनीष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।''

    इसी तरह के एक अन्य मामले में उदयपुर के अम्बामाता पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हाल ही में 20 वर्षीय एक विवाहिता की मौत के बाद उसके परिजनों ने उसकी ससुराल में घर के सामने शव रखकर उसे तब तक नहीं उठाया जब तक ससुरालियों ने एक लाख रुपये का 'मौताना' नहीं दे दिया।

    डुंगरपुर जिले के जापा गांव में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 40 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या से नाराज परिजनों ने 'मौताना' की मांग की है।

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