• असुरक्षित है सतमहला की धरोहर

    सतमहला की ऐतिहासिक धरोहर रखरखाव के अभाव में पूरी तरह असुरक्षित है। ...

    जगह-जगह बिखरे पंडे है पुरातात्विक महत्व के अवशेषसूरजपुर !   सतमहला की ऐतिहासिक धरोहर रखरखाव के अभाव में पूरी तरह असुरक्षित है। उदयपुर ब्लाक के ग्राम कलचा (सतमहला) में जगह जगह पुरातात्विक महत्व की चींजे बिखरी पंडी है, जिनके रखरखाव की दिशा में शासन प्रशासन द्वारा कोई पहल न किए जाने से ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों के नष्ट होनें व चोरी चले जानें की आशंका बनी हुई है। पुरातत्व विभाग सतमहला क्षेत्र को संरक्षित घोषित तो कर दिया है मगर संरक्षण की दिशा में क्या किया गया है यह दिखाई नहीं पंडता, अलबत्ता इस स्थल पर एक बोर्ड लगाकर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली गई है। रखरखाव व असुरक्षा का ही परिणाम है कि पिछले वर्ष यहां से एक मूर्ति की चोरी कर ली गई है जिसका आज तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। सूरजपुर से 30 किमी दूर देवगंढ व कलचा सतमहला में प्राचीन महल व मंदिर के अवशेष बिखरे पंडे है जिनके रखरखाव की जरूरत है। सतमहला में जहां सात महल के अवशेष है तो वहीं एक ही स्थान पर 10 तालाब भी है जो उस जमानें में जल के संरक्षण की दिशा में चिंता को इंगित करता है। क्षेत्र के लोगों ने सतमहला व देवगंढ के ऐतिहासिक महत्व की चीजों को संरक्षित किये जानें की मांग की है।

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