• कांग्रेस के साथ नहीं बनाएंगे सरकार

    शरद पवार और लालू प्रसाद सहित संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ...

    बारामतीपटना !   शरद पवार और लालू प्रसाद सहित संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के तीन मुख्य नेताओं ने बृहस्पतिवार को वाम दलाें को 'अपना दोस्त' बताते हुए उनके साथ संपर्क बढ़ाने की कोशिश की और कहा कि चुनाव बाद उनके 'आशीर्वाद' की जरूरत होगी। साथ ही राकांपा प्रमुख शरद पवार और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के संप्रग के प्रधानमंत्री पद के मुद्दे पर विचार अलग-अलग थे। शरद पवार ने कहा कि इस पर बाद में निर्णय किया जाएगा जबकि रामविलास मनमोहन सिंह को ही फिर से प्रधानमंत्री बनाए जाने के पक्ष में हैं।

    पवार ने कहा, 'मुझे महसूस हो रहा है कि हमें वामपंथी दलाें की कृपा दृष्टि और समर्थन की जरूरत होगी। इसलिए शुरू से ही मैं संप्रग के अपने सभी साथियाें से वामपंथी दलाें के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने को कह रहा हूं।' लालू प्रसाद यादव ने भी कहा कि अगर संप्रग सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगा तो वामपंथी दलाें के साथ चुनाव बाद गठबंधन के लिए दरवाजे अब भी खुले हुए हैं। लालू ने पटना में संवाददाताओं से कहा, 'वामपंथियाें के साथ हमारे मतभेद सिर्फ असैन्य परमाणु समझौते पर थे। हम लंबे समय से माकपा के दोस्त रहे हैं।' पासवान ने भी कहा कि संप्रग की वामपंथी दलाें से कोई दुश्मनी नहीं है। बहरहाल, माकपा महासचिव प्रकाश करात ने चुनाव बाद वाम दलाें से समर्थन की कांग्रेस की योजना पर पानी फेर दिया और कहा, 'कांग्रेस के साथ सरकार संभव नहीं है।' पासवान ने कहा, 'हम लोग कभी भी वामपंथियाें के विरोध में नहीं हैं, हम हमेशा चाहते हैं कि वामपंथी धर्मनिरपेक्ष दलाें के साथ रहें।' एक अन्य सवाल के जवाब में उन्हाेंने कहा कि केंद्र में सरकार बनाने को लेकर अब तक वामपंथी दलाें के साथ कोई बात नहीं हुई है। पवार ने वामपंथी दलाें के बारे में कहा, 'वामपंथी कभी भी सांप्रदायिक संगठनाें का समर्थन नहीं करेंगे।' उन्हाेंने कहा, 'वह हमारा समर्थन करते रहे हैं। देश को स्थिर सरकार देने का श्रेय वामपंथी दलाें को भी जाता है। वामपंथ ही वह धड़ा है जो कभी भी सांप्रदायिक संगठनाें का समर्थन नहीं करेगा।'

    प्रधानमंत्री पद के मुद्दे पर उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस को मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री घोषित करने का पूरा अधिकार है लेकिन संप्रग की बैठक के बाद ही इसके प्रधानमंत्री के उम्मीदवार पर निर्णय किया जाएगा। बहरहाल, पासवान ने प्रधानमंत्री पद के लिए मनमोहन सिंह का समर्थन किया और कहा कि लोजपा उनके साथ है। उन्हाेंने कहा कि हम चाहेंगे कि मनमोहन ही प्रधानमंत्री रहें।

    कांग्रेस, भाजपा को समर्थन से नवीन का इंकार

    उड़ीसा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के पमुख नवीन पटनायक ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में कांग्रेस या भाजपा नीत सरकार का समर्थन करने में उनकी पार्टी लचीला रुख नहीं अपनाएगी। पटनायक ने कहा कि मेरी पार्टी का रुख एकदम स्पष्ट है कि केंद्र में कांग्रेस या भाजपा नीत सरकार को समर्थन देने में लचीला रुख नहीं अपनाएंगे।


    राजग की बनेगी सरकार: भाजपा

    भाजपा ने आज दावा किया कि लोकसभा के लिए अब तक हुए दो चरण के मतदान को लेकर उसकी जमीनी रिपोर्ट कहती है कि संपग जा रहा है और राजग आ रहा है। पार्टी पवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लोकसभा की लगभग आधी यानी 265 सीटों के लिए मतदान हो चुका है और हमारी जमीनी रिपोर्ट बताती है कि हम सत्ता में वापसी कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी की इस जमीनी रिपोर्ट का रायवार आंकड़ा देते हुए बताया कि राजग झारखंड में स्वीप कर रहा है। छत्तीसगढ़ और मध्य पदेश में यथास्थिति बनी रहेगी यानी हम क्रमश: 11 और 25 सीटें जीत रहे हैं। असम में कम से कम 11 सीटें और गोवा में दोनों सीटें हम जीत रहे हैं। जावड़ेकर ने दावा किया कि बिहार में अब तक 26 सीटों पर मतदान हुआ है जिनमें से राजग को 19 सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में राजग की स्थिति में पहले से सुधार होगा।

    और उत्तर पदेश में इस चुनाव में पार्टी नए सिरे से खड़ी होगी। उन्होंने बताया कि पार्टी की जमीनी रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस जिन दो रायों यानी आंध्र पदेश और तमिलनाडु के जरिए सत्ता में आई थी वहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का सफाया होने जा रहा है।

    भाजपा पवक्ता ने उड़ीसा के बारे में दावा किया कि बीजद से अलग होने के बावजूद न सिर्फ लोकसभा सीटों में पार्टी की स्थिति पहले से बेहतर होगी बल्कि वहां के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी किंगमेकर की भूमिका निभाएगी।

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