हैदराबाद ! केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लगभग 78 अरब रुपये की वित्तीय अनियमितता की शिकार कंपनी सत्यम कंप्यूटर सर्विसिज मामले में मंगलवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
आरोप पत्र सीबीआई के मामलों की सुनवाई के लिए बने विशेष न्यायालय में दाखिल किया गया।
कुल 2,315 पन्नों के इस आरोप पत्र में सीबीआई ने कहा है कि कंपनी के संस्थापक बी. रामालिंगा राजू, उनके भाई और प्रबंध निदेशक बी. रामाराजू मुख्यरूप से इस घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं। जबकि रविवार को गिरफ्तार तीन लोगों समेत सात अन्य लोगों ने उनकी सहायता की।
सीबीआई द्वारा पेश दस्तावेज, सीडी और अन्य रिकार्ड 25 बक्सों में भरकर लाए गए। आरोप पत्र में करीब 500 प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज हैं।
न्यायालय ने सीबीआई को राजू बंधुओं और कंपनी के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी वदलामणि श्रीनिवास के हस्ताक्षरों के नमूनों के सेंपल लेने की अनुमति भी दे रखी है।
उल्लेखनीय है कि राजू ने गत सात जनवरी को सत्यम के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए स्वीकार किया था कि उन्होंने कंपनी के खाते में हेराफेरी की और कुछ वर्षों से लाभ संबंधी गलत आंकड़े पेश करते रहे।
राजू बंधुओं को गत नौ जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था।