• लाइबेरिया पोत सहित 25 भारतीय रिहा

    सोमालियाई जलदस्युओं ने लाइबेरिया के पोत को चालक दल समेत रिहा कर दिया। ...

    नारौबीभुवनेश्वर, 24 जनवरी । सोमालियाई जलदस्युओं ने लाइबेरिया के पोत को चालक दल समेत रिहा कर दिया। एमटी बिस्कैगलिया नामक पोत का दो माह पहले अपहरण किया गया था। पोत में 25 भारतीय भी सवार थे। नेशनल यूनियन ऑफ सीफारर्स ऑफ इंडिया के महासचिव अब्दुलगनी सेरांग ने शुवार रात मुंबई में बताया कि एमटी बिस्कैगलिया के चालक दल के सदस्यों को लुटेरों ने गुरुवार को रिहा कर दिया। सभी सदस्य सुरक्षित है। गौरतलब है कि एमटी बिस्कैगलिया को अदन की खाड़ी में सोमाली जलदस्युओं ने 28 नवंबर को 31 लोगों समेत अगवा कर लिया था। पोत में 25 भारतीयों के अलावा तीन बांग्लादेशी, दो ब्रिटिश और एक आयरिश नाविक भी मौजूद था। ब्रिटिश और आयरिश सदस्य लुटेरों का हमला होते ही समुद्र में कूद गए थे और उन्हें बाद में बचा लिया गया था। 16,282 टन कैमिकल से लदा पोत इंडोनेशिया एवं यूरोप के बीच सफर कर रहा था। उधर, भुवनेश्वर में सोमालियाई लुटेरों द्वारा अपने पुत्र को मुक्त किए जाने की खबर पाकर उड़ीसा के रबि चरण कार बेहद प्रसन्न है। पोत के चालक दल के सदस्यों में उनका पुत्र हिमांशु भी था। भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर दूर बालासोर में कार ने कहा कि मुंबई की एक जहाजरानी कंपनी ने मेरे बेटे को मुक्त किए जाने के बारे में सूचित किया और हम इस खबर से बहुत खुश है। कार के अनुसार उनका बेटा पखवाड़े भर में घर वापस लौट सकता है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष सोमाली जलदस्युओं ने लगभग 100 जहाजों का अपहरण किया था। इनमें से अधिकतर को फिरौती की भारी रकम वसूली के बाद छोड़ा गया था जबकि कुछ जहाज अब भी उनके चंगुल में ही हैं।  नारौबीभुवनेश्वर, 24 जनवरी । सोमालियाई जलदस्युओं ने लाइबेरिया के पोत को चालक दल समेत रिहा कर दिया। एमटी बिस्कैगलिया नामक पोत का दो माह पहले अपहरण किया गया था। पोत में 25 भारतीय भी सवार थे। नेशनल यूनियन ऑफ सीफारर्स ऑफ इंडिया के महासचिव अब्दुलगनी सेरांग ने शुवार रात मुंबई में बताया कि एमटी बिस्कैगलिया के चालक दल के सदस्यों को लुटेरों ने गुरुवार को रिहा कर दिया। सभी सदस्य सुरक्षित है। गौरतलब है कि एमटी बिस्कैगलिया को अदन की खाड़ी में सोमाली जलदस्युओं ने 28 नवंबर को 31 लोगों समेत अगवा कर लिया था। पोत में 25 भारतीयों के अलावा तीन बांग्लादेशी, दो ब्रिटिश और एक आयरिश नाविक भी मौजूद था। ब्रिटिश और आयरिश सदस्य लुटेरों का हमला होते ही समुद्र में कूद गए थे और उन्हें बाद में बचा लिया गया था। 16,282 टन कैमिकल से लदा पोत इंडोनेशिया एवं यूरोप के बीच सफर कर रहा था। उधर, भुवनेश्वर में सोमालियाई लुटेरों द्वारा अपने पुत्र को मुक्त किए जाने की खबर पाकर उड़ीसा के रबि चरण कार बेहद प्रसन्न है। पोत के चालक दल के सदस्यों में उनका पुत्र हिमांशु भी था। भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर दूर बालासोर में कार ने कहा कि मुंबई की एक जहाजरानी कंपनी ने मेरे बेटे को मुक्त किए जाने के बारे में सूचित किया और हम इस खबर से बहुत खुश है। कार के अनुसार उनका बेटा पखवाड़े भर में घर वापस लौट सकता है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष सोमाली जलदस्युओं ने लगभग 100 जहाजों का अपहरण किया था। इनमें से अधिकतर को फिरौती की भारी रकम वसूली के बाद छोड़ा गया था जबकि कुछ जहाज अब भी उनके चंगुल में ही हैं।  

    somaliya   pot   

अपनी राय दें