• नक्सल पर कांग्रेस में घमासान: तरुण

    भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता तरुण विजय ने नक्सल मसले पर कांग्रेस के भीतर गंभीर घमासान मचे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह का लेख इसका स्पष्ट प्रमाण है। ...

    रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता तरुण विजय ने नक्सल मसले पर कांग्रेस के भीतर गंभीर घमासान मचे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह का लेख इसका स्पष्ट प्रमाण है। छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर आए विजय ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि दंतेवाड़ा में 76 जवानों की शहादत की उनके द्वारा निंदा तक नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर उनके मुखर बयान तो आनन-फानन में आ जाते हैं, पर इस मुद्दे पर उनकी खामोशी आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि इन दोनों को स्पष्ट करना चाहिए कि वह दिग्विजय सिंह के रुख से सहमत हैं या फिर चिदंबरम के रुख से। उन्होंने कहा कि सिंह का लेख सुरक्षा बलों का मनोबल गिराने तथा माओवादियों का मनोबल बढ़ाने वाला है। उन्होंने नक्सलियों को राष्ट्रविरोधी तत्व करार देते हुए उन लोगों को आड़े हाथों लिया जो इन्हें भटके हुए योद्धा करार देते हैं। विजय ने नक्सलियों को अपराधी एवं लुटेरा करार देते हुए कहा कि एक अध्ययन में इनके द्वारा 1500 करोड़ रुपए की वसूली किए जाने की जानकारी हुई है। इसके जरिये ये लोग शाही जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए इनके आर्थिक तंत्र को खत्म करना सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की रमन सरकार इस समस्या से पिछले छह वर्ष से लड़ रही है। राज्य सरकार को अगर पहले केन्द्र से पर्याप्त मदद मिली होती तो वह समस्या से और बेहतर ढंग से लड़ पाती। उन्होंने यह मानने से इंकार किया कि नक्सल मसले पर झारखंड एवं बिहार के मुख्यमंत्रियों का अलग दृष्टिकोण है। इन दोनों राज्यों में भाजपा सरकार में शामिल है। नक्सलियों के खिलाफ सेना के इस्तेमाल को लेकर भाजपा का रुख पूछे जाने पर विजय ने कहा कि नक्सलियों से निपटने के जो भी संभव उपाय हो उस बारे में संबधित अधिकारियों से व्यापक विचार-विमर्श के साथ निर्णय लिया जा सकता है। इस बीच उन्होंने अरुंधति राय समेत माओवादी हिंसा का समर्थन करने वाले मानवाधिकारिवादियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की।

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