ADVERTISEMENT
  • छत्तीसगढ़ बंद का व्यापक असर,राजधानी स्वस्फूर्त बंद रही

    बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा 76 सैनिकों की नृशंस हत्या किए जाने का प्रदेशवासियों ने कड़ी निंदा की है।...

    रायपुर !   बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा 76 सैनिकों की नृशंस हत्या किए जाने का प्रदेशवासियों ने कड़ी निंदा की है। इस घटना के विरोध में आज कांग्रेस ने प्रदेश बंद का आह्वान किया था जिसे व्यापक सफलता मिली। प्रदेश के सभी जिलों में बंद पूरी तरह से सफल कहा जा सकता है। ट्रेन, बस सहित आवश्यक सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित रही वहीं स्कूल-कॉलेजों में परीक्षाएं आयोजित की गई। दवा दुकान, दूध दुकानें सहित सब्जी मंडियां बंद के दौरान खुली रही जिन्हें बंद कराने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दबाव नहीं बनाया। व्यापारिक संस्थानें स्वस्फूर्त बंद रहे जिसके चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मशक्कत नहीं करनी पड़ी। प्रदेश बंद के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई एवं बंद शांतिपूर्ण रहा।नक्सलयों द्वारा दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ एवं पुलिस जवानों पर घात लगाकर हमला करने एवं 76 सैनिकों की निर्मम हत्या से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। घटना के विरोध में आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था जो पूर्णत: सफल रहा। राजधानी रायपुर भी आज स्वस्फूर्त बंद रही। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता, भूपेश बघेल, स्वरूप चंद जैन, शहर कांग्रेस अध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल, रायपुर उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर किरणमयी नायक, युकांध्यक्ष राजकुमारी दीवान, पूर्व एनएसयूआई अध्यक्ष विकास उपाध्याय, एनएसयूआई अध्यक्ष संजीव शुक्ला के नेतृत्व में सुबह से राजधानी बंद कराने जुटे रहे। हालांकि अधिकांश दुकानें बंद रहीं वहीं कुछ स्थानों पर कांग्रेस ने बंद करने की अपील करते हुए दुकानें बंद कराई। प्रदेश बंद के दौरान कांग्रेस को विशेष मशक्कत नहीं करनी पड़ी तथा लोगों ने नक्सली तांडव को गलत ठहराते हुए स्वमेव ही अपना करोबार बंद रखा।250 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावितचेम्बर ऑफ कॉमर्स ने नक्सली घटना के विरोध में प्रदेश बंद को अपना समर्थन दिया था जिसके चलते प्रदेश में व्यवसायिक गतिविधियां पूरी तरह से थमी रही। व्यवसाय बंद के चलते लगभग 250 करोड रुपए से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। वही बैंकों में आम दिनों की अपेक्षा कम कामकाज हुआ। बैंकों में भीड़ भी रही लेकिन आम दिनों की अपेक्षा आधा करोबार ही बैंकों में हो पाया।

ADVERTISEMENT

अपनी राय दें