• महिला सशक्तीकरण शिक्षा से ही संभव : राम नाईक

    कुंडा (प्रतापगढ़) ! उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शनिवार को कहा कि आज के समय में कोई भी राष्ट्र सही मायने में उन्नत नहीं कहा जा सकता जब तक उसकी महिलाएं सशक्त न हों और महिला सशक्तीकरण शिक्षा से ही संभव है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में कृपालु शिक्षण संस्थान की छात्राएं अहम भूमिका निभाएंगी।...

    महिला सशक्तीकरण शिक्षा से ही संभव : राम नाईक

    कुंडा (प्रतापगढ़) !   उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शनिवार को कहा कि आज के समय में कोई भी राष्ट्र सही मायने में उन्नत नहीं कहा जा सकता जब तक उसकी महिलाएं सशक्त न हों और महिला सशक्तीकरण शिक्षा से ही संभव है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में कृपालु शिक्षण संस्थान की छात्राएं अहम भूमिका निभाएंगी। जगदगुरु कृपालु परिषत एजुकेशन के सातवें वार्षिक समारोह 'उत्थान' के अवसर पर नाईक ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में महिलाएं वायुयान चला रहीं हैं और सेना में भी प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। सभी छात्राओं को बड़े सपने देखने की आवश्यकता है और उन सपनों को पूरा करने के लिए इच्छाशक्ति जरूरी है जो जगदगुरु कृपालु परिषत एजुकेशन जैसी संस्था के द्वारा उच्च स्तरीय शिक्षा से संभव किया जा रहा है। राज्यपाल राम नाईक को मुख्य अतिथि के रुप में समारोह में शिरकत करना था लेकिन घने कोहरे के कारण उनका हेलीकॉप्टर संचालित नहीं हो पाया और वे महाविद्यालय प्रांगण में नहीं पहुंच पाए। उन्होंने राजभवन लखनऊ से ही ने मोबाइल के द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में मौजूद सैकड़ों छात्राओं, शिक्षकों और प्रबंधन के लोगों को संबोधित किया। छात्राओं को सफलता के मंत्र देते हुए राज्यपाल ने कहा कि चेहरे पर मुस्कान, दूसरों के अच्छे कार्यो की प्रशंसा, दूसरों को कभी नीची नजरों से नहीं देखने और सदैव अपनी राह पर चलते रहने से सफलता निश्चित है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसी आज के दौर की समस्याओं के प्रति भी छात्राओं को सचेत रहने की जरूरत है। जगदगुरु कृपालु परिषत की अध्यक्षा डा. विशाखा त्रिपाठी और सचिव राम पुरी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ऐसे प्रयासों से ही महिलाओं को पुरुषों के बराबर आने का और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का पूरा मौका मिलता है। जगदगुरु कृपालु परिषत एजुकेशन की समस्त गतिविधियों का संचालन डा. विशाखा त्रिपाठी की व्यक्तिगत देखरेख में होता है। उन्होंने कहा, "परिषत का उद्देश्य सही मायने में बालिकाओं को सशक्त करना है। हम चाहते हैं कि इस संस्थान में शिक्षा ग्रहण करने वाली हर बालिका के समक्ष समाज के किसी भी क्षेत्र में योगदान देने की अपार संभावनाएं हों और आधुनिक सुविधाओं की कमी उनके सपनों के पूरा होने में बाधा न बने।" परिषत के प्रतिनिधि राम पुरी ने कार्यक्रम में आए सभी विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद किया तथा इस पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए छात्राओं और इवेन्ट प्लान करने वाली टीम की सराहना की। उन्होंने कहा, "कृपालु शिक्षण संस्थान में हमारा हमेशा यह प्रयास रहता है कि हम छात्राओं को बेहतर सुविधाएं और अवसर प्रदान करें और हमारी छात्राओं ने हमेशा साबित किया है कि वे किसी भी अन्य आधुनिक संस्थान की छात्राओं से कम नहीं हैं। उन्होंने सहयोग और उत्साहवर्धन के लिए परिषत की अध्यक्षाओं का आभार व्यक्त किया।


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