विजयवाड़ा ! केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने सत्ता के गलियारों से भ्रष्टाचार का सफाया कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा यहां आयोजित एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भारत में एक नई राजनीतिक संस्कृति स्थापित करने में लगी है।
उन्होंने कहा, "यहां तक कि आज भी जब लोग भ्रष्टाचार की चर्चा करते हैं, तो पिछली सरकार का नाम लेते हैं। लेकिन इस सरकार के खिलाफ कोई व्यक्ति इस मुद्दे को उठाने को इच्छुक नहीं है।"
मोदी की प्रशंसा करते हुए जेटली ने कहा कि देश के पास एक प्रधानमंत्री है, जिनके पास उत्साह है और फैसले लेने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार से बिल्कुल उलट इस सरकार का विश्वास असहाय होने और मुद्दे को यूं ही छोड़ने में नहीं है।
जेटली ने कहा, "अगर देश हित में हो तो वह (मोदी) कड़े फैसले और कभी-कभी अलोकप्रिय फैसले लेने को तैयार हैं।"
मंत्री ने दावा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर मोदी ने स्पष्टता व दृढ़ता दर्शाया है, जिसे उन्होंने कहा कि यह भाजपा के आचरण व दर्शन से जुड़ा हुआ है।
कश्मीर में अब तक की सबसे बड़ी अशांति पर उन्होंने कहा कि मजबूत नेता व मजबूत सरकार ने एक भी ऐसा संकेत नहीं दिया, जिससे राष्ट्रीय एकता को खतरा होने जा रहा है। इसी कड़ाई का फल चुकाना पड़ा है।
उन्होंने कहा, "पहली बार दिल्ली की किसी सरकार ने अपने पड़ोसी देश को स्पष्ट कहा है कि अगर आप भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में संलिप्त रहते हैं, तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी और आतंकवाद के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल होने की मंजूरी आपके लिए मुश्किलों का कारण बन जाएगी।"
सर्जिकल स्ट्राइक की तरफ इशारा करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि लोग हतप्रभ हैं कि सरकार ऐसा भी फैसला ले सकती है और हमारी सेना ने देशभक्ति व क्षमता के साथ फैसले को अंजाम तक पहुंचा सके।
जेटली ने दावा किया कि इतिहास में पहली बार मोदी सरकार ने देश में ऐसी स्थितियां बनाई, जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी का असर नहीं टिक पाया। लगातार दूसरी बार भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि मंदी व आर्थिक संकट के बावजूद यह स्थिति अगले एक साल तक बरकरार रहेगी।