अनुकम्पा नियुक्ति मिलने तक जरूरतमंदों को ठेका मजदूरी
कोरबा। विद्युत कम्पनी में अनुकम्पा नौकरी की मांग करने वाले व्यक्तियों एवं विद्युत कम्पनी प्रबंधन तथा जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी पी दयानंद के निर्देश पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक अग्रवाल ने प्रभावितों की समस्याओं को सुनकर विद्युत कम्पनी के अधिकारियों को मुख्यालय स्तर पर शीघ्र ही कार्यवाही के निर्देश दिए।
सिटी मजिस्ट्रेट ने विद्युत कम्पनी में नौकरी कर रहे मृतक के आश्रितों को सभी प्रकार के दस्तावेजों को जमा करने कहा साथ ही कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विद्युत कम्पनी प्रबंधन के साथ इस मामले को लेकर चर्चा की जा रही है, जो भी नियम है उस आधार पर पात्र व्यक्तियों को नौकरी दिलाने पूर्ण रूप से प्रयास किया जायेगा। उन्होंने अनुकम्पा हेतु आवेदन करने वाले व्यक्तियों एवं आश्रितों को धैर्य रखने एवं आवेश में आकर किसी प्रकार से अनुचित कदम नहीं उठाने एवं धरना प्रदर्शन समाप्त करने की अपील की।
जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंद परिवारों के लिए तात्कालिक स्तर पर विद्युत कम्पनी में ठेका श्रमिक का प्रस्ताव भी रखा गया जिस पर अनेक आश्रितों ने खुशी जताते हुए अपनी सहमति प्रदान की। सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि जीवन यापन हेतु अति आवश्यकता वाले परिवारों को ठेका श्रमिक के रूप में प्रबंधन द्वारा कार्य दिया जायेगा। इस दौरान अनुकंपा हेतु आवश्यक प्रक्रियाएं भी जारी रहेगी।
बैठक में एसडीएम कोरबा देवेंन्द्र पटेल, कार्यपालक निदेशक डीएसपीएम एम.एस. कंवर, एस.एन.गोवर्धन, उप पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र साय पैकरा, सीई कोरबा पश्चिम बी.पी. मोदी, एसई एचआर कोरबा पूर्व, वरिष्ठ कल्याण अधिकारी एस.पी.बारले, पी.के.दवे, पी.आर.खुंटे, वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी टी.डी.मोहरे, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आत्मदाह की दी थी चेतावनी
उल्लेखनीय है कि अविभाजित मध्यप्रदेश के एमपीईबी में वर्ष 2000 के पूर्व सेवा के दौरान 250 बिजली कर्मचारियों की मौत हुई थी। इसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य के साथ ही सीएसईबी का गठन हुआ। मृत विद्युत कर्मियों के आश्रितों ने नियमों का हवाला देते हुए अनुकम्पा नियुक्ति की मांग की थी।
इनमें से मात्र 84 आश्रितों को ही अनुकम्पा नियुक्ति दी जा सकी, जबकि शेष 166 लोगों को छरावि होल्डिंग कंपनी मर्यादित ने अनुकम्पा देने से इनकार कर दिया। इसके खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाकर प्रभावितों ने अनेक आवेदनों के बाद इस दीपावली के दिन कंपनी मुख्यालय रायपुर के समक्ष सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी मंगलवार को आईटीआई चौक में धरना प्रदर्शन कर दी थी एवं कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था।