• सिविल सर्जन ने खून देकर बचाई कुपोषित मासूम की जान

    पन्ना ! पोषण पुर्नवास केन्द्र में कुपोषित हालत में आई एक बच्ची की हालत देख चिकित्सक भी हैरान रह गये, जिसके शरीर में ब्लड की मात्रा बहुत कम थी और खून देकर ही बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। ...

    सिविल सर्जन ने खून देकर बचाई कुपोषित मासूम की जान

    कुपोषित बच्ची को नही मिल रहा था खून पन्ना !   पोषण पुर्नवास केन्द्र में कुपोषित हालत में आई एक बच्ची की हालत देख चिकित्सक भी हैरान रह गये, जिसके शरीर में ब्लड की मात्रा बहुत कम थी और खून देकर ही बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। एनआईसी कर्मचारियों की पहल पर सिविल सर्जन आगे आये और उनका ब्लड मासूम बच्ची के ब्लड से मैच हो गया, तब जाकर बच्ची का उपचार संभव हो सका। एनएमडीसी ग्राम मझगवां निवासी सीता बाई की बच्ची को गंभीर हालत में पोषण पुर्नवास में भर्ती कराई गई, लगभग तीन चार दिन बीत जाने के बाद भी उसकी सेहद में कोई सुधार न हुआ तो बच्ची की जांच कराई गई जिसमें ब्लड की बहुत ही कम रही।  ए पॉजिटीव ब्लड उसकी मॉ से भी मैच नही हुआ वही उसके पिता 2 माह पहले मजदूरी के लिए दिल्ली में है। ऐसी स्थिति में एनआईसी के कर्मचारियों ने हर संभव ब्लड के लिए प्रयास किया लेकिन नही मिल सका। अतंत: जिला चिकित्सालय पन्ना में सिविल सर्जन के पद पर पदस्थ डॉ राजेश श्रीवास्तव को यह बात बताई गई और उन्होने अपना ब्लड देकर बच्ची की जान बचाई जा सकी। एएनएम की पहल बढी आगे कुछ माह पूर्व इसी तरह का एक और मामला सामने आया था जिसमें एक कुपोषित बच्ची को एएनएम अनुपमा शर्मा ने ब्लड देकर उसकों नया जीवन दिया उसके बाद आज सिविल सर्जन राजेश श्रीवास्त द्वारा यह नेक कदम आगे बढाया गया। जिस कारण एक परिवार की बच्ची की जान बचाई जा सकी। निश्चित ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा यह पहल बडी ही प्रशंसनीय है और सभी लोगो द्वारा इसकी सराहना की गई। इसी तरह लोगो में ब्लड डोनेट के प्रति जागरूकता बनी रहे तो बहुत हद तक लोगो को असमय मौत से बचाया जा सकता है।


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