• जाने-माने चिकित्सक डॉ. रामजी सिंह घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

    नयी दिल्ली ! केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लाखों रुपये घूस लेते हुए केंद्रीय होम्योपैथिक परिषद के अध्यक्ष एवं बिहार के जाने-माने चिकित्सक डॉ. रामजी सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है ।...

    जाने-माने चिकित्सक डॉ. रामजी सिंह घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

    नयी दिल्ली !   केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लाखों रुपये घूस लेते हुए केंद्रीय होम्योपैथिक परिषद के अध्यक्ष एवं बिहार के जाने-माने चिकित्सक डॉ. रामजी सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । सीबीआई सूत्रों ने आज यहां बताया कि जांच एजेंसी की टीम ने डॉ. रामजी सिंह को उस वक्त दबोचा जब वह होम्योपैथी कॉलेज की स्थापना के लिए अनुकूल जांच रिपोर्ट देने के वास्ते 20 लाख रुपये रिश्वत ले रहे थे । सीबीआई ने शिकायत के आधार पर जाल बिछाया और आरोपी को 20 लाख रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। डॉ. सिंह के अलावा हरिशंकर झा नामक एक बिचौलिये को भी गिरफ्तार किया गया है । हरियाणा के गुड़गांव निवासी हरिशंकर एक होटल कारोबारी और टुअर ऑपरेटर हैं, जिसका महिपालपुर में दो होटल है, जहां अक्सर डा. सिंह ठहरा करते थे। सीबीआई ने इस मामले में डॉ. सिंह और हरिशंकर के अलावा पांच अन्य नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था । इनमें गुजरात सरकार के आयुष विभाग के सहायक निदेशक (होम्योपैथी) आर डी पटेल, आर के विश्वविद्यालय भावनगर, गुजरात के न्यासी दिनेश पटेल, जबलपुर के एक मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. राहुल श्रीवास्वत, एनआईएच कोलकात्ता के डॉ. अशोक कुमार तथा हरियाणा के रोहतक स्थित जे आर के होम्योपैथी कॉलेज के एक अधिकारी डॉ. अश्विनी आर्य शामिल हैं । जांच एजेंसी ने इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून,1988 की धारा सात, 12, 13(2), 13(1)(डी) के तहत मुकदमा दर्ज कराया था । डॉ. सिंह ने इससे पहले भारतीय होम्योपैथी संघ के सचिव के तौर पर भी काम किया है। केंद्रीय होम्योपैथी परिषद होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का नियामक प्राधिकरण है, जो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एक सांविधिक निकाय है। डॉ. सिंह पटना के निवासी हैं और लगभग तीन दशकों से होम्योपैथ चिकित्सा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वह फिलहाल राजधानी के कदमकुआं में अपनी क्लिनिक चलाते हैं। उनका पटना में एक अपना होम्योपैथी अस्पताल भी है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में 35 साल से अधिक समय से सक्रिय डॉ. सिंह लंबे समय से परिषद के शासकीय मंडल से जुड़े हैं। सीबीआई ने दिल्ली, रोहतक एवं गुड़गांव (हरियाणा), राजकोट एवं गांधीनगर, जबलपुर (मध्य प्रदेश) तथा पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के विभिन्न ठिकानों पर छारे मारे हैं। दिल्ली के चांदनी चौक में मारे गये छापे के दौरान हवाला के जरिये लेनदेन किये जाने के भी कुछ प्राथमिक सबूत मिले हैं। बिचौलिये से जुड़े ठिकानों पर मारे गये छापों में 21 लाख 50 हजार रुपये बरामद किये गये हैं।  


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