• भारत में उड्डयन क्षेत्र का तेज़ी से विकास : मोदी

    वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत में उड्डयन क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है जिससे यह अगले कुछ साल में इस मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बडा देश हो जाएगा जबकि सरकार की नीति के कारण सस्ती और सुविधाजनक हो रही हवाई यात्रा के चलते मध्यमवर्गीय लोग भी अभी से रेल की बजाय विमान से यात्रा को प्राथमिकता देने लगे हैं।...

     भारत में उड्डयन क्षेत्र का तेज़ी से विकास : मोदी

     

     भारत में उड्डयन क्षेत्र का तेज़ी से विकास: मोदी

    वडोदरा।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत में उड्डयन क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है जिससे यह अगले कुछ साल में इस मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बडा देश हो जाएगा जबकि सरकार की नीति के कारण सस्ती और सुविधाजनक हो रही हवाई यात्रा के चलते मध्यमवर्गीय लोग भी अभी से रेल की बजाय विमान से यात्रा को प्राथमिकता देने लगे हैं।

     मोदी ने यहां हवाई अड्डे पर नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल भवन के उद्घाटन के अवसर पर कहा, ‘भारत में हवाई यात्रा क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है। अब मध्यम वर्गीय परिवार का भी मन हवाई यात्रा करने का होता है और उसे ट्रेन से कही जाना अच्छा नहीं लगता। वह यह भी सोचने लगा है कि हवाई जहाज से नहीं जाने पर रिश्तेदार क्या सोचेंगे।’ उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में भारत में इतने लोग एक साल में हवाई यात्रा करने लगेंगे जितनी की अमेरिका की कुल आबादी है।

    हम निकट भविष्य में दुनिया मे इस मामले में तीसरे नंबर पर आ जाएंगे। उड्डयन क्षेत्र के विकास से रोजगार की संभावनाएं बढेंगी तथा आर्थिक गतिविधियां भी बढेंगी। श्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने उड्डयन की नीति तैयार की है। उन्होंने कहा, ‘विमान पहले भी उडते थे, इनकी खरीद बिक्री भी होती थी पर इस संबंध में कोई नीति नहीं थी। कोई संकल्पना भी नहीं थी।


    ’ प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल 80 या 100 हवाई अड्डों के जरिये काम नहीं चल सकता और इससे देश की विकास यात्रा में बाधा पैदा होगी। उन्होंने कहा कि टीयर 2 और 3 श्रेणी के मझौले और छोटे शहरों में भी पुराने समय की हवाई पट्टियों को विकसित करने से वहां उड्डयन क्षेत्र में बहुत संभावनाएं और लाभ के अवसर हैं। उन्होंने कहा कि 500 किमी तक की हवाई यात्रा के लिए 2500 रूपये के किराये की व्यवस्था के जरिये देश के दूरदराज के ऐसे क्षेत्रों जैसे नगालैंड और अंडमान निकोबार द्वीप अथवा शहरो जैसे कच्छ, जूनागढ अौर भावनगर को आसानी से जोडा जा सकता है।

    उन्होंने कहा कि इसके लिए निजी सरकारी भागीदारी यानी पीपीपी मॉडल पर उड्डयन क्षेत्र का विकास किया जा रहा है।  मोदी ने कहा कि अपार संभावनाओं और तेजी से बढने वाले पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए भी उड्डयन क्षेत्र का विकास बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पर्यावरण सुरक्षा के मानकों के अनुरूप बना वडोदरा का नया टर्मिनल इस शहर के लिए एक नजराना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वडोदरा को देश के पहले रेल विश्वविद्यालय के निर्माणस्थल के रूप में चुन कर एक ऐसा महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसका असर आने वाले सौ वर्ष तक रहेगा।

    उन्होंने भारतीय रेल व्यवस्था के आधुनिकीकरण की बात कही। इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पी अशोक गजपति राजू, उनके विभागीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, गुजरात के राज्यपाल ओ पी कोहली, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल भी उपस्थित थे। श्री राजू ने बताया कि 160़ 20 करोड की लागत से 17500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने वडोदरा के नये टर्मिनल के जरिये प्रति घंटे सात सौ से अधिक यात्रियों का संचालन किया जा  

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