• मोदी वडोदरा हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे

    वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपने एक दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान यहां हवाई अड्डे पर नवनिर्मित अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही यह उनके गृह राज्य का पहला और चंडीगढ के बाद देश का मात्र दूसरा ‘हरित अथवा ग्रीन’ हवाई अड्डा बन जाएगा। ...

    मोदी वडोदरा हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे

     

    मोदी वडोदरा हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे

    वडोदरा।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपने एक दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान यहां हवाई अड्डे पर नवनिर्मित अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही यह उनके गृह राज्य का पहला और चंडीगढ के बाद देश का मात्र दूसरा ‘हरित अथवा ग्रीन’ हवाई अड्डा बन जाएगा। कई अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इस टर्मिनल के शुरू होने से हालांकि सैद्धांतिक तौर पर वडोदरा, अहमदाबाद के बाद गुजरात का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बन जाएगा पर वास्तव में यहां से अंतर्राष्ट्रीय उडाने शुरू होने में अभी कुछ माह का समय लगेगा। 

    खास तरीके से तथा कई पर्यावरण संवेदनशील सुविधाओं से लैस कर तैयार किये गये इस टर्मिनल पर करीब 160 करोड का खर्च आया है। इसका शिलान्यास तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने फरवरी 2009 में किया था और इसका निर्माण मई 2011 से शुरू हुआ था। अब यह तैयार हो गया है। 

    कलेक्टर लोचन सेहरा ने बताया कि हवाई अड्डा टर्मिनल के उद्घाटन के बाद मोदी यहां नवलखी मैदान में आयाेजित एक अन्य कार्यक्रम में 10000 दिव्यांग लोगों को सहायक उपकरणों का वितरण भी करेंगे। राज्य प्रोटोकॉल विभाग के अधिकारी एम आर मल्लिक ने बताया कि मोदी दोनो कार्यक्रमों के बाद यहां से ही सीधे दिल्ली लौट जाएंगे। 

    मोदी के यहां दोपहर करीब दो बजे पहुंचने की संभावना है और दोनो कार्यक्रमों में लगभग तीन घंटे का समय लगेगा। उनके कार्यक्रमाें के मद्देनजर सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये हैं।  इस बीच अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल परियोजना के प्रभारी तथा हवाई अड्डे की देखरेख करने वाली संस्था भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण यानी एएआई के महाप्रबंधक (अभियंत्रण) नरेन्द्र शुक्ला ने यूनीवार्ता को बताया कि इसे ग्रीन रेटिंग्स ऑफ द इंटरनेशनल हैबिटैट एसेसमेंट यानी गृहा प्रणाली ने मान्यता दी है और यह चंडीगढ हवाई अड्डे के बाद ऐसी मान्यता वाला देश का मात्र दूसरा हरित अथवा ग्रीन टर्मिनल होगा। इसकी क्षमता प्रति घंटे 500 घरेलू और 200 अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की है और यह 17500 वर्ग मीटर मे बना है।


    मौजूदा घरेलू अथवा डोमेस्टिक टर्मिनल की क्षमता मात्र 250 यात्रियों की है और इसका कुल क्षेत्र 7500 वर्ग मी और पैसेंजर एरिया मात्र 4500 वर्ग मी है।  हवाई अड्डे के निदेशक सोनो मरांडी ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में 9 लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन देखने वाले इस हवाई अड्डे से वर्तमान में कुल 17 उडाने संचालित होती हैं जिनमें से एक एयर इंडिया, एक जेट कनेक्ट, चार जेट एयरवेज, तीन इत्तेहाद एयरवेज और सर्वाधिक आठ इंडिगो करती है। यहां से कुल 10 उडाने मुंबई , पांच दिल्ली और एक एक बेंगलूर और गोवा के लिए है। 

    श् री मरांडी ने बताया कि रनवे की लंबाई केवल 8100 फीट होने तथा इसके विस्तारीकरण के लिए और भूमि नहीं होने के कारण फिलहाल यहां अमेरिका, यूके और अन्य दूर दराज के देशों की लंबी उडान भरने वाले बोइंग 744 जैसे बडे विमान नहीं उतर सकते। हालांकि यहां से निकटवर्ती देशों जैसे सिंगापुर, खाडी के देशों, थाईलैंड आदि के लिए उडान भरा जा सकता है पर अभी तक यहां से सीधी विदेशी उडान की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके लिए अभी एक दो माह का इंतजार करना होगा। 

    उन्होंने कहा कि नये अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल के शुरू होने के बावजूद घरेलू उडानों की संख्या भी फिलहाल नहीं बढेगी। उधर शुक्ला ने बताया कि नये टर्मिनल का इस्तेमाल घरेलू उडानों के लिए होता रहेगा। उन्होंने उम्मीद जतायी की आने वाले समय में तकनीकी प्रगति से यहां से लंबी दूरी की विदेशी उडाने भी भरी जा सकेंगी। 

    उन्होंने बताया कि नये टर्मिनल में कम ऊर्जा की खपत वाली कूलिंग प्रणाली, खिडकियों तथा अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली, स्वचालित शीशा सफाई प्रणाली समेत कई अत्याधुनिक प्रणालियां लगायी गयी हैं। इनमें दो एयरब्रिज, पांच लिफ्ट और एस्केलेटर का भी प्रावधान किया गया है। इसे इस तरीके से डिजायन किया गया है कि इसे जरूरत के मुताबिक बदला जा सकता है। 

    इस बीच, नये टर्मिनल के उद्घाटन के बाद इसका नया नामकरण होने की भी संभावना है लेकिन इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। इसे अभी सिविल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है और यह अहमदाबाद के बाद राज्य का दूसरा सबसे बडा हवाई अड्डा है। कई लोगों और नेताओं ने इसका नाम वडोदरा के पूर्व शासक सयाजी राव गायकवाड के नाम पर रखने की प्रधानमंत्री से मांग की है। हालांकि शुक्ला ने बताया कि अभी नये नामकरण के संबंध में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। 

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