• कबड्डी विश्व कप-2016 : अब भारत का खिताबी मुकाबला ईरान से

    अहमदाबाद ! कबड्डी विश्व कप-2016 का खिताबी मुकाबला मौजूदा चैम्पियन भारत और ईरान के बीच होगा। फाइनल शनिवार को द एरेना बाय ट्रांसस्टेडियम में रात आठ बजे से खेला जाएगा। कबड्डी प्रेमियों के लिए यह अपेक्षित फाइनल लाइनअप है। दुनिया में जहां भी कोई अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी आयोजन होता है,...

    कबड्डी विश्व कप-2016 : अब भारत का खिताबी मुकाबला ईरान से

    अहमदाबाद !   कबड्डी विश्व कप-2016 का खिताबी मुकाबला मौजूदा चैम्पियन भारत और ईरान के बीच होगा। फाइनल शनिवार को द एरेना बाय ट्रांसस्टेडियम में रात आठ बजे से खेला जाएगा। कबड्डी प्रेमियों के लिए यह अपेक्षित फाइनल लाइनअप है। दुनिया में जहां भी कोई अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी आयोजन होता है, वहां लोग कम से कम फाइनल मुकाबला इन दो देशों के बीच देखना चाहते हैं। एशियाई खेलों में दो बार रजत पदक जीतने वाली ईरानी टीम ने जहां पहले सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 28-22 से हराया वहीं मौजूदा विश्व चैम्पियन और मौजूदा एशियाई चैम्पियन भारत ने दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले मे थाईलैंड को 73-20 के अंतर से रौंद दिया। ग्रुप-ए में अपने पहले ही मैच में कोरिया के हाथों चौंकाने वाली हार झेलने वाली भारतीय टीम ने उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और बाकी के सभी मुकाबले एकतरफा अंदाज में जीतते हुए फाइनल तक का सफर तय किया। थाई टीम ग्रुप-बी में पहले स्थान पर रही थी। एसे में यह उम्मीद जताई जा रही थी कि वह भारत को काफी हद तक टक्कर देगी लेकिन मैच में इसकी झलक तक देखने को नहीं मिली। भारतीय खिलाड़ियों ने छह बार थाई टीम को आलआउट किया। थाई खिलाड़ी भारत के अनुभवी खिलाड़ियों के सामने बेबस नजर आए लेकिन फाइनल में ऐसा नहीं होगा। ईरान ने हमेशा ही भारत को कड़ी टक्कर दी है। 2014 एशियाई खेलों का फाइनल कौन भूल सकता है, जहां भारत को अंतिम रेड के बाद 27-25 से करीबी जीत मिली थी। इसी तरह भारत ने 2010 के एशियाई खेलों में भी ईरान को ही हराया था। भारतीय कप्तान अनूप कुमार ने थाईलैंड के साथ हुए मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने फाइनल की तैयारी पहले ही कर ली है। ईरान या फिर कोरिया कोई भी फाइनल में पहुंचता, हम उसके खिलाफ एक तरह की रणनीति के साथ मैट पर उतरते। हमारा लक्ष्य विश्व कप है और हम इसके काफी करीब हैं। हम अब कोई चूक नहीं करना चाहेंगे।" इस विश्व कप में पाकिस्तान की गैरमौजूदगी और बांग्लादेश के खराब खेल के कारण ईरान ही खिताब का दूसरा सबसे बड़ा दावेदार बना रहा और इसे सच साबित करते हुए फाइनल में पहुच गया है। ग्रुप स्तर पर पोलैंड जैसी कमजोर टीम के खिलाफ हारने वाले ईरान को हालांकि सेमीफाइनल में कोरिया से काफी कड़ी टक्कर मिली। कोरियाई टीम सही मायने में एक सेमीफाइनलिस्ट की तरह खेली और यह जता दिया कि आने वाले समय में वह कबड्डी की शक्ति के रूप में उभरेगी। फाइनल मैच को लेकर ईरानी कप्तान मिराज शेख ने कहा, "हम तैयार हैं। हम जानते थे कि सेमीफाइनल या फिर फाइनल में हमारा सामना भारत से होगा। कोरिया ने काफी अच्छा खेल दिखाया और भारत ने भी थाईलैंड को अपने अंदाज में बड़े अंतर से हराया। हम शनिवार को एक रोचक मुकाबले के लिए तैयार हैं।"


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