• नेताजी पार्टी के मालिक, अखिलेश भविष्य के चेहरे

    लखनऊ ! समाजवादी पार्टी(सपा) में चल रही घमासान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टूट की सम्भावना को सिरे से खारिज करते हुए ...

    नेताजी पार्टी के मालिक, अखिलेश भविष्य के चेहरे

    लखनऊ  !   समाजवादी पार्टी(सपा) में चल रही घमासान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टूट की सम्भावना को सिरे से खारिज करते हुए आज कहा कि मुलायम सिंह यादव (नेताजी) पार्टी के सर्वेसर्वा हैं तो अखिलेश भविष्य का चेहरा। राज्यसभा सदस्य और पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों से मूल कार्यकर्ता आहत हैं लेकिन सभी को विश्वास है कि पार्टी में कोई टूट नहीं होगी। वह नेताजी और अखिलेश से बात करेंगे। श्री वर्मा ने कहा कि नेताजी पार्टी के सर्वेसर्वा हैं तो अखिलेश भविष्य के चेहरे। यह सभी को मानना पडेगा क्योंकि हकीकत यही है। उन्होंने कहा कि यादव परिवार को वह चार दशकों से अधिक से जानते हैं। बडी बडी समस्याओं को वह परिवार बैठकर हल कर लेता है। यह समस्या भी निपट जायेगी। नेताजी के रहते हुए पार्टी के टूटने का कोई सवाल ही नहीं उठता। पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता और नगर विकास मंत्री मो0 आजम खां ने भी कहा कि नेताजी के रहते किसी को चिन्तित होने की जरुरत नहीं है। नेताजी का राजनीतिक कद बहुत बडा है। वह जिससे जो कह देंगे, उसे मानना ही पडेगा। वह पार्टी के सबकुछ हैं। उनको नजरंदाज करने वाले वाले को कार्यकर्ता किनारे कर देंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने तो साफ कह दिया है कि पार्टी में सत्ता में आयी तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव होंगे। पार्टी हित में वह कोई भी पद छोडने को तैयार हैं तो अब विवाद कैसा रह गया। मीडिया इसे विवाद बताकर अनावश्यक तूल दे रही है। पार्टी उपाध्यक्ष किरनमय नन्दा ने कहा कि सबकुछ साफ है। नेताजी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो शिवपाल सिंह यादव प्रदेश अध्यक्ष। अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं और भविष्य में वह इसी पद के लिए पार्टी के चेहरे भी रहेंगे। विवाद तो कहीं है ही नहीं। उन्होंने मीडिया से संयम बरतने की अपील की। “अभी कोई कैसे कह सकता है कि मुख्यमंत्री पांच नवम्बर को पार्टी की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर मनाये जा रहे रजत जयन्ती समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कट्टर समर्थक और राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री से आज जिलाध्यक्षों के साथ औपचारिक बैठक हुई है इसे किसी अन्य रुप में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें आ रही हैं कि पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा 24 अक्टूबर को बुलायी गयी विधायकों और सांसदों की बैठक के ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने बैठक बुलायी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से तो विधायक, सांसद मिलते ही रहते हैं। इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। पार्टी एक है और एक रहेगी।


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