• ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि देने के आदेश

    रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बालोद जिले के डौंडी विकासखंड के स्कूलों में अहाता निर्माण के लिए स्वीकृत सम्पूर्ण राशि के जल्द आवंटन का आश्वासन संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को दिया है। ...

    ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि देने के आदेश
    ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि देने के आदेश

    रायपुर।  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बालोद जिले के डौंडी विकासखंड के स्कूलों में अहाता निर्माण के लिए स्वीकृत सम्पूर्ण राशि के जल्द आवंटन का आश्वासन संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों को दिया है। मुख्यमंत्री आज सवेरे यहां अपनेे निवास पर जनदर्शन कार्यक्रम में डौंडी विकासखंड की अनेक ग्राम पंचायतों से आए सरपंचों के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर रहे थे।

    उन्होंने इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री को राशि स्वीकृत कर आवंटन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बताया कि वर्ष 2010-11 में सर्व शिक्षा अभियान के तहत विकासखंड के 46 स्कूलों में अहाता निर्माण के लिए लगभग दो करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई थी, जिसमें से एक करोड़ रूपए अहाता निर्माण के लिए संबंधित ग्राम पंचायतों को आवंटित कर दिए गए थे।

    आहता निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है, लेकिन अभी तक ग्राम पंचायतों को केवल एक करोड़ रूपए की राशि ही आवंटित की गई है। प्रतिनिधि मंडल ने शेष राशि का आवंटन कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया। प्रतिनिधि मंडल ने ग्राम पंचायत नलकसा के सरपंच माहरिन टेकाम सहित ग्राम पंचायत सल्हाईटोला और ग्राम पंचायत पटेली सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल थे।

    राजनांदगांव जिले के मोहड़वार्ड से आए किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मोहड़ के कई किसान ओलावृष्टि से फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति राशि मिलने से छूट गए हैं। उन्होंने छूटे किसानों को सर्वे कराकर क्षतिपूर्ति राशि दिलाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर राजनांदगांव को प्रतिनिधि मंडल के आवेदन का परीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। संसदीय सचिव मोतीराम चंद्रवंशी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने लगभग तीन घंटे तक आम जनता की समस्याएं सुनी और समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए।

    बिलासपुर जिले के मस्तुरी विकासखंड के ग्राम आमाकोनी निवासी श्रीमती ज्योति जगत ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बताया कि उनके पति रमाकांत जगत रक्षित केंद्र जगदलपुर में आरक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनका इस वर्ष 17 मई को इलाज के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। उन्होंने अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने के लिए आवेदन सौंपा।


    मुख्यमंत्री ने उन्हें अनुकम्पा नियुक्ति देने का आश्वासन प्रदान करते हुए पुलिस महानिदेशक को श्रीमती जगत के आवेदन पर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन, सर्व छत्तीसगढ़िया समाज और साहित्यकार मंच के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के स्कूलों में प्राथमिक स्तर पर छत्तीसगढ़ी भाषा को माध्यम के रूप में लागू करने के संबंध में आवेदन सौंपा। मुख्यमंत्री ने स्कूल शिक्षा मंत्री को उनके आवेदन के परीक्षण के निर्देश जारी किए हैं।

     बालोद जिले के ग्राम बोरी से आए ग्राम विकास समिति के प्रतिनिधि मंडल ने गांव के बोरी-सेमरिया नाला में पुलिया के  पहुंच मार्ग और लाटाबोड़ से हल्दी-पिपरछेड़ी सड़क के सुदृढ़िकरण के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप उन्हें बताया कि बाढ़ के कारण पुलिया पहुंच मार्ग कट जाता है, जिसके कारण ग्रामीणों को असुविधा होती है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर बालोद को तत्काल पहुंच मार्ग की मरम्मत कराने के निर्देश जारी किए हैं। 

    बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम संबलपुरी और बहतराई से आए ग्रामीणों ने इन गांवों में अवैध शराब भट्टियों को बंद कराने के संबंध में मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपा। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर बिलासपुर को उनके आवेदन पर उचित कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखंड की ग्राम पंचायत सिर्रीखुर्द से आए ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका गांव खुले में शौच से मुक्त हो गया है।

    ग्रामवासी आसपास के गांवों में ही लोगों को शौचालयों के निर्माण के लिए जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने गांव में सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण कराने के संबंध में मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपा। मुख्यमंत्री ने सीमेंट कांक्रीट सड़क के लिए पांच लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की। 

     

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