• देवेंद्र ने आखिरी क्षणों में जीता खिताब

    धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) ! रोमांच से भरपूर दुनिया की जटिलतम माउंटन बाइक रैलियों में शुमार हीरो एमटीबी हिमालया के आठवें और आखिरी चरण की रेस में मंगलवार को स्टार भारतीय ट्रैक साइकिलिस्ट देवेंद्र ठाकुर ने आखिरी क्षणों में खिताब अपने नाम कर लिया।...

    देवेंद्र ने आखिरी क्षणों में जीता खिताब

    धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) !   रोमांच से भरपूर दुनिया की जटिलतम माउंटन बाइक रैलियों में शुमार हीरो एमटीबी हिमालया के आठवें और आखिरी चरण की रेस में मंगलवार को स्टार भारतीय ट्रैक साइकिलिस्ट देवेंद्र ठाकुर ने आखिरी क्षणों में खिताब अपने नाम कर लिया। एमटीबी शिमला-2016 में स्टूडेंट वर्ग के विजेता शिवेन पूरी रैली के दौरान शीर्ष पर रहे, लेकिन देवेंद्र ने जुझारूपन का जज्बा दिखाते हुए लगातार छठे चरण में जीत हासिल कर मात्र 12 सेकेंड के अंतर से ओवरऑल लीड हासिल कर ली। देवेंद्र भारतीय राइडरों में जहां सर्वश्रेष्ठ रहे, वहीं शिवेन के रूप में भारतीय साइकिलिंग जगत को नया सितारा भी मिला। राकेश राणा ने भी सतत प्रदर्शन के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। आठवें चरण की रेस 'कमराडरी' (खेल भावना) की शानदार मिसाल बनी, जब लगातार शीर्ष पर चल रहे विदेशी राइडरों ने 46 किलोमीटर के इस सबसे छोटे मार्ग को सुकून से पूरा कर भारतीय राइडरों को लीड लेने का मौका दिया। छह चरणों से लगातार जीत हासिल करते आ रहे जर्मनी के एंडी शीवाल्ड, 2014 के चैम्पियन कोरी वालास, अमेरिका से पहली बार एमटीबी हिमालया में हिस्सा लेने आए थॉमस टर्नर और आस्ट्रेलिया के जेसन इंग्लिश ने हाथों में हाथ डाले साथ-साथ फिनिश लाइन पार की। महिला वर्ग में भी गत चैम्पियन और मौजूदा संस्करण में अब तक अविजित रहीं इंग्लैंड की कैथरीन विलियमसन और लगातार दूसरे नंबर पर रहीं पुर्तगाल की इल्डा परेरा ने भी हाथ पकड़े-पकड़े रेस पूरी की। ओपन वुमन सोलो कैटेगरी में कैथरीन विजेता रहीं, जबकि इल्डा दूसरे और नाइमा मैडलेन डीज्नेर तीसरे स्थान पर रहीं। ओपन मेन सोलो कैटेगरी के विजेता शिवाल्ड किंग ऑफ हिमालया चुने गए, जबकि कैथरीन क्वीन ऑफ हिमालया चुनी गईं। शिवाल्ड ने ओवरऑल कैटेगरी में भी बाजी मारी और दो लाख रुपये की इनामी राशि अपने नाम करने में सफल रहे। ओपन मेन सोलो कैटेगरी में कोरी दूसरा जबकि जेसन तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रहे। ओपन मास्टर्स कैटेगरी में दक्षिण अफ्रीका के योहान लाबुशाग्ने विजेता रहे, जबकि जर्मनी के मार्कस वर्फ दूसरे और भारत के सुनील भारोंगपा ने तीसरा स्थान हासिल किया। ग्रैंड मास्टर्स कैटेगरी में कनाडा के जॉन जैक फंक ने बाजी मारी जबकि जर्मनी के विलिबर्ट डिज्नेर दूसरे स्थान पर रहे। इस कैटेगरी में अन्य कोई राइडर रैली पूरी नहीं कर सका। टीम ऑफ टू कैटेगरी भी आपसी भाईचारे की गजब की मिसाल बना। जर्मनी के आंद्रेल हार्टमैन और आस्ट्रिया के मैनुएल विजेनबाखर अपने-अपने देश की सीमाओं पर रहते हैं। उनके घरों के बीच भौगोलिक दूरी तो खास नहीं है लेकिन दो देशों की राजनीतिक सीमाएं जरूर हैं। हार्टमैन और विजेनबाखर ने हालांकि इन सीमाओं को पाटते हुए सभी चरणों में अविजित रहते हुए टीम ऑफ टू का खिताब अपने नाम किया। मेजर जनरल अमृत वालिया ने मुख्य अतिथि के तौर पर विजेताओं को पदक और इनामी चेक प्रदान किए। उन्होंने कहा, "माउंटन साइकिलिंग की हमारे देश में शानदार संभावनाएं हैं और यह पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य को भी पूरा करने वाला है। भारतीय सेना को भी इसमें हिस्सा जरूर लेना चाहिए, क्योंकि यह सेना के जवानों की कठिन अभ्यास के मुफीद है।" एमटीबी हिमालया रैली के आयोजक हिमाचल एडवेंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन (हस्तपा) के अध्यक्ष मोहित सूद ने इस अवसर पर कहा, "हम इस रैली को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार, धर्मशाला प्रशासन और अपने सभी प्रायोजकों के आभारी हैं, जिन्होंने हमारी भरपूर मदद की। हमारा उद्देश्य आने वाले समय में देश में ओलम्पियन साइकिलिस्ट और वल्र्ड चैम्पियन साइकिलिस्ट तैयार करने की है।"


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