• विदेश मंत्रालय ने अब्दुल को किया तलब, उरी हमले के सबूत सौंपे गये

    नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने उरी हमले के बाद पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को एक सप्ताह में दूसरी बार कल फिर तलब किया और उन्हें इस हमले में पाकिस्तान से आये आतंकवादियों के शामिल होने से जुड़े सबूत सौंपे।...

    विदेश मंत्रालय ने अब्दुल को किया तलब, उरी हमले के सबूत सौंपे गये

    नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने उरी हमले के बाद पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को एक सप्ताह में दूसरी बार कल फिर तलब किया और उन्हें इस हमले में पाकिस्तान से आये आतंकवादियों के शामिल होने से जुड़े सबूत सौंपे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि विदेश सचिव एस जयशंकर ने बासित को बताया कि 21 सितम्बर को उन्हें तलब किये जाने के बाद घाटी में स्थानीय लोगों ने उरी हमले में आतंकवादियों की मदद करने वाले दो पाकिस्तानी गाइडों को पकड़ा था जो अब राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए)की हिरासत में हैं।

    उन्होंने कहा कि ये दोनों पाकिस्तान के कब्जे वाले मुज्जफराबाद के रहने वाले हैं। फैजल हुसैन अवन (20) और यासिन खुर्शीद (19) ने जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों की मदद की जिन्होंने उरी सेक्टर में सेना के शिविर पर हमला किया जिसमें 18 जवान शहीद हो गये थे और इतने ही घायल हुए थे।जयशंकर ने बासित से कहा कि अवन ने पूछताछ के दौरान एनआईए को बताया कि उन्होंने उरी हमला करने वाले आतंकवादियों को सीमा पार कराने में मदद की।


    शुरूआती बयान में अवन ने मुठभेड़ में मारे गये आतंकवादियों में से एक हाफिज अहमद पुत्र फिरोज निवासी धारबंग मुज्जफराबाद की पहचान की। उसने इस हमले में शामिल दो हैंडलरों मोहम्मद कबीर अवन और बशारत के बारे में भी जानकारी दी।   

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